इंडिया न्यूज चैनल के मालिक कार्तिक शर्मा भाजपा से राज्यसभा सांसद हैं. ऐसे में उनके चैनल गैर-भाजपाई नेताओं को खोज खोज कर तीखे सवाल पूछते हैं. यही काम जब राहुल गांधी के साथ हुआ तो राहुल ने पहले तो इंडिया न्यूज के पत्रकार से उसके मालिक का नाम पूछा. जब उसने नहीं बताया तो कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने पत्रकार को पीट दिया. देखें पत्रकार-
india news reporter and rahul gandhi video
किसी को पीटा जाना गलत बात है. लेकिन पत्रकारों को ये सोचना चाहिए कि वे आखिर किसी एक पार्टी के लिए क्यों काम करते हैं. केंद्र और राज्य, दोनों जगह काबिज बीजेपी के नेताओं से तीखे सवाल पूछने की बजाय विपक्ष के नेताओं से तीखे सवाल पूछने में दम दिखाते हैं पत्रकार.
इस प्रकरण को लेकर सोशल मीडिया में खूब चर्चा हो रही है. देखें सोशल मीडिया की पोस्ट-
इंडिया न्यूज़ का रिपोर्टर शिव प्रसाद कांग्रेसियों द्वारा कूट दिया गया। इस पत्रकार ने राहुल गांधी से सवाल पूछा था- “अखिलेश यादव आपके साथ नहीं हैं, क्या आपका गठबंधन टूट गया?“ इसी के बाद पहले राहुल गांधी गरम हुए, मालिक का नाम पूछने लगे, फिर कार्यकर्ताओं ने पीट दिया। पिटाई दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन भक्त पत्रकारों को विपक्ष पर अपनी पूरी पत्रकारिता उड़ेल देने से बचना चाहिए। कभी कभी सत्ता पक्ष से भी मोदी जी के अदाणी प्रेम पर या भयानक बेरोज़गारी पर सवाल पूछ लेना चाहिए।
मोदी ने ख़रीद लिया, राहुल ने कूट दिया, यूँ विकलांग हुई पत्रकारिता।
सत्ता संग सेल्फ़ी, विपक्ष से सवाल, ये है पत्रकारिता का भक्ति काल!
उधर, राहुल गांधी के रोड शो में इंडिया न्यूज चैनल के पत्रकार की पिटाई की घटना की शिकायत करने के लिए इंडिया न्यूज का एक अन्य रिपोर्टर स्मृति इरानी के यहां दीदी दीदी करते पहुंच गया लेकिन वहां भी बेचारे की नहीं सुनी गई. दीदी अपनी गाड़ी का शीशा चढ़ाकर आगे निकल गईं. देखें वीडियो-
india news reporter and smriti irani video
तो कह सकते हैं कि इंडिया न्यूज में काम करने वालों के आजकल बुरे दिन चल रहे हैं. न सत्ता पक्ष उनकी सुन रहा है और न ही विपक्ष! सत्ता पक्ष वाले उनकी बात ही नहीं सुनते तो विपक्ष वाले मालिक का नाम पूछने लगते हैं.