बुलंदशहर के एसएसपी संतोष सिंह ने चैनल मालिक अमित वैद्य और इसके गैंग के लोगों की सच्चाई बयान की है. जनतंत्र चैनल के मालिक अमित वैद्य ने दिल्ली के अपने पड़ोसी व्यापारी को फंसाने के लिए ऐसा खेल रचा कि सुनकर हैरान हो जाएंगे. अमित वैद्य ने कारोबारी सुमित वालिया के खिलाफ फर्जी मुकदमा लिखाकर उसे फंसाने के लिए पहले पत्रकारों की एक टीम तैयार की.
फिर इस टीम में पुलिस वालों को मिलाया. एक पुलिस स्टेशन के थानेदार और कुछ पुलिस वाले इस खेल में शामिल किए गए. पूरी साजिश के साथ बुलंदशहर के अनूपशहर थाने में मुकदमा लिखा दिया गया. कारोबारी सुमित वालिया पर गंभीर धाराओं में मुकदमा लिखा गया. धाराएं ऐसी थी कि आजीवान कारावास की सजा हो सकती थी. थानेदार और पत्रकार दोनों मिलकर जब किसी को फंसाने की साजिश करें तो वह भयानक तो होगा ही.
पीड़ित कारोबारी सुमित वालिया को इस गैंग ने तरह तरह से टार्चर किया. वे एक बार बुलंदशहर के पुलिस कप्तान संतोष सिंह से मिले और पूरी कहानी सुनाई. पुलिस कप्तान ने इस मामले की गहराई से जांच क्राइम ब्रांच से कराई. पता चला कि मुकदमा झूठा लिखाया गया है, कारोबारी को फर्जी फंसाया गया है. इस साजिश में पत्रकार पुलिस सब लिप्त हैं.
एसएसपी ने साजिश में शामिल थानेदार को लाइन हाजिर किया. अन्य पुलिस वालों को सस्पेंड किया. अमित वैद्य को एसओजी की टीम भेजकर अरेस्ट कराया.
जनतंत्र न्यूज चैनल के मालिक अमित वैद्य को उम्मीद नहीं रही होगी कि खेल उल्टा पड़ जाएगा. कहां दूसरे को फंसाने चला था, पर खुद ही नप गया. इसके गैंग के बाकी पत्रकार लोग फरार हैं.
सुनिए बुलंदशहर के एसएसपी संतोष सिंह की जुबानी जनतंत्र चैनल के मालिक और इसके गैंग की पूरी कहानी….
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