NDTV के लिए बुलंदशहर में कार्यरत पत्रकार मनीष शर्मा व उसके आरोपी साथियों की क्राइम ब्रांच को है तलाश
बुलन्दशहर की क्राइम ब्रांच टीम ने जन तंत्र टीवी के मालिक अमित वैद को नोएडा के एक मॉल संचालक के खिलाफ झूठा मुकदमा लिखवाने पर दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है। उसके फरार साथियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। आरोपियों में NDTV के बुलन्दशहर के स्ट्रिंगर मनीष शर्मा भी शामिल हैं जो पहले भी एक्सटॉर्शन के मामले में साल 2007 में महीनों जेल रह चुके हैं। एक आरोपी सतेंद्र भाटी जनतंत्र न्यूज चैनल में ही काम करता है।
सतबरी दिल्ली में रहने वाले कारोबारी सुमित वालिया ने 25 जून 2021 को बुलन्दशहर जनपद की अनूपशहर कोतवाली में जनतंत्र टीवी के मालिक अमित वैद, बुलन्दशहर के NDTV के स्ट्रिंगर मनीष शर्मा, पत्रकार गौरव शर्मा, जनतंत्र नोएडा के पत्रकार सतेंद्र भाटी, अमित राठौर, गौरव अग्रवाल सहित कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 147,148, 419, 195, 452, 323, 504, 506, 427, 120 बी के तहत रिपोर्ट दर्ज करायी थी।
इसमें कहा गया है कि अमित वैद (जो जनतंत्र टीवी के मालिक है) के सतबरी दिल्ली में अवैध निर्माण को ध्वस्त करने की शिकायत करने पर सुमित वालिया से अमित वैद, अनिल राठौर रंजिश रखने लगे थे और धमकियां दे रहे थे, जिसकी शिकायत दिल्ली पुलिस से की गई थी।
जनतंत्र नोएडा के पत्रकार सतेंद्र भाटी, NDTV बुलन्दशहर के स्ट्रिंगर मनीष शर्मा, गौरव शर्मा, गौरव अग्रवाल आदि से साठगांठ करके सुमित वालिया के खिलाफ अनूपशहर कोतवाली में 10 जून 2021 को मु.अ. संख्या 450/2021 धारा 307, 323, 504, 506 के तहत दर्ज कराया गया।
मुकदमे में दर्शाए गये घटना, दिनांक, स्थल व समय के दौरान सुमित वालिया दिल्ली अपने घर में थे। पर मुकदमा में बताया गया कि वे घटनास्थल बुलन्दशहर में थे।
सुमित वालिया ने एसएसपी बुलंदशहर से मिलकर पूरा मामला बताया और न्याय दिलाने की मांग की। झूठा मुकदमा लिखने पर SSP संतोष कुमार ने तत्कालीन SHO अनूपशहर रामसैन पर कार्यवाही की। आरोपियों के खिलाफ मुक़दमा दर्ज कराकर अब गिरफ़्तारी शुरू कर दी है।
आरोप है कि अमित वैद ने 15 जून 2021 को सुमित वालिया के घर में घुस कर मारपीट कर धमकी दी। महिलाओं को गालियां दी। अश्लीलता आदि की। इसमें NDTV के स्ट्रिंगर मनीष शर्मा आदि भी शामिल थे।
पुलिस सूत्रों की मानें तो कारोबारी सुमित वालिया से लाखों रुपये ये गैंग हड़प चुका है। 1 करोड़ रुपये की मांग कर रहा था। रुपयों के लिये दबाव बनाने को ही अनूपशहर कोतवाली में फर्जी FIR दर्ज करायी गयी थी।
बुलन्दशहर एसएसपी संतोष कुमार ने प्रेस वार्ता कर पूरे मामला का खुलासा कर दिया। पर कुछ सवाल अब भी बाकी हैं। आरोपी थानेदार और पुलिसवालों का नाम मुकदमा में क्यों डाला नहीं गया? वे भी इस साजिश के बराबर के भागीदार हैं। क्या पुलिस विभाग अपने आरोपी थानेदार व पुलिसवालों को बचाने में जुटा है?
देखें एसएसपी संतोष सिंह की प्रेस वार्ता का वीडियो-
संबंधित खबरें-