विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे ने जेल से रिहा होने के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. यूरोप की परिषद (PACE) की संसदीय सभा को संबोधित करते हुए यूरोपीय सांसदों से पत्रकारिता पर महाशक्तियों द्वारा बढ़ते अंतर्राष्ट्रीय दमन के खिलाफ कदम उठाने की अपील की.
असांजे ने कई वर्षों तक ब्रिटेन की एक हाई सिक्योरिटी जेल में रहकर अमेरिका में प्रत्यर्पण के खिलाफ लड़ाई लड़ी. अमेरिका ने उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी गोपनीय जानकारी को अवैध रूप से प्राप्त करने और उसे सार्वजनिक करने का आरोप लगाया था.
जून में असांजे ने अमेरिकी न्याय विभाग के साथ एक समझौता किया, जिसमें उन्होंने कुछ अपराधों को स्वीकार किया और स्वतंत्रता के बदले में कुछ कानूनी अधिकारों को छोड़ने पर सहमति जताई, जैसे कि यूरोपीय मानवाधिकार न्यायालय के माध्यम से राहत प्राप्त करने का अधिकार.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, असांजे ने अपनी स्पीच में कहा कि मैं आजाद इसलिए नहीं हूं क्योंकि सिस्टम ने सही तरीके से काम किया. मैं आजाद इसलिए हूं क्योंकि मैंने पत्रकारिता के लिए दोषी होने की दलील दी है. असांजे ने PACE की कानूनी मामलों की समिति के लिए यह बात कही.
अपने बयान में असांजे ने उनके कानूनी संघर्ष और डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान सीआईए द्वारा उन पर चलाए गए कथित प्रतिशोध अभियान के बारे में बताया. असांजे ने कहा कि उनकी व्यक्तिगत कहानी दर्दनाक थी, लेकिन कई अन्य लोग जो इसी तरह की स्थितियों में थे, उन्हें वैसा अंतर्राष्ट्रीय समर्थन नहीं मिला जैसा उन्हें मिला. उन्होंने यह भी कहा कि विकीलीक्स के स्थापना के बाद दुनिया और भी बदतर हो गई है.
असांजे ने दावा किया कि अमेरिका ने उनके खिलाफ कानूनी प्रक्रिया का दुरुपयोग किया. उन्होंने चेतावनी दी कि जब ताकतवर राष्ट्र अपनी सीमाओं से बाहर व्यक्तियों को निशाना बनाते हैं तो उनके पास बचने का बहुत कम मौका होता है, खासकर जब तक कोई राज्य उनकी सुरक्षा के लिए खड़ा न हो.
विकीलीक्स के संस्थापक ने अंत में कहा कि यह यूरोपीय सरकारों की जिम्मेदारी है कि वे यह सुनिश्चित करें कि अभिव्यक्ति और सच्चाई प्रकाशित करने की स्वतंत्रता केवल कुछ लोगों का विशेषाधिकार न हो, बल्कि सभी का अधिकार हो.