
दो दिन पहले से कुंभ की पीएम की वीवीआईपी ड्यूटी में लगा रहा पुलिस प्रशासन, झूंसी में होता रहा गैंगरेप…तारीख 24 फरवरी दिन रविवार. मौका प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी का कुंभ स्नान का. प्रधानमन्त्री के दौरे पर उनका स्वागत करने के लिए मुख्यमंत्री योगी, उप मुख्यमंत्री केशव मौर्य और अन्य केन्द्रीय व प्रादेशिक मंत्री प्रयागराज में मौजूद थे. पूरे जिला में पुलिस प्रशासन तैनात है. हजारों पुलिसकर्मी मुस्तैद हैं. संगम स्नान घाट से 10 किमी के दायरे में झूंसी से अन्दावा मोड़ पर भारी पुलिस बल तैनात है. लेकिन इसी बीच प्रधानमन्त्री की यात्रा की पूर्वसंध्या पर झूंसी शास्त्री पुल से अन्दावा मोड़ के बीच भरी बस से आयुर्वेद की एक छात्रा का झूंसी थाने के एक हिस्ट्रीशीटर अमित पासी, दो आदतन अपराधी सागर यादव और विनीत पासी, जो शराब के नशे में धुत थे, ने तमंचे की नोक पर अपहरण किया.
इन अपराधियों ने अन्य 5-6 साथियों के साथ गैंगरेप किया और घायलावस्था में ही झूंसी क्षेत्र में लड़की को फेंक कर फरार हो गए. एक दिन पहले से ही प्रधानमन्त्री की वीवीआईपी ड्यूटी में लगे पुलिस और प्रशासन ने पूरी घटना, जिसे प्रयागराज के निर्भया कांड की संज्ञा दी जा सकती है, की अनदेखी की और अब लीपापोती की कोशिश में लगी है. यह भी तब जब प्रधानमन्त्री के आगमन से ४८ घंटे पहले से ही पुरे प्रयागराज और झूंसी क्षेत्र में चप्पे चप्पे पर सुरक्षाकर्मिओं की निगहबानी थी.
इससे यह यक्ष प्रश्न उपस्थित होता है कि उत्तर प्रदेश की सरकार और पुलिस प्रशासन के लिए कानून व्यवस्था की प्राथमिकता है या धार्मिक आस्था की. गोदी मीडिया इस निर्भया कांड को पी गयी और स्थानीय गोदी अख़बारों ने पीएम के महिमा मंडन में कई पृष्ठ रंगने के बाद भीतर के पन्ने में यह खबर अंडरप्ले की है. इस सनसनीखेज वारदात ने योगी राज में यूपी की क़ानून व्यवस्था पर फिर से सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं.
आरोप है कि की शहर से वाराणसी जा रही बीयूएमएस छात्रा को कार में अगवा कर उसके साथ गैंगरेप किया गया. इस दौरान दरिंदगी की हदें पार कर दी गईं. कार में ही जबरन शराब पिलाने के बाद उसे बेल्ट से बुरी तरह पीटा गया. गंभीर हालत में छात्रा को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
पीड़िता का आरोप है मामले का विरोध करने पर उसे सिगरेट से जलाया भी गया. दुष्कर्मियों ने बेहोशी की हालत में छात्रा को झूंसी थाना क्षेत्र की सुनसान जगह पर फेंक दिया था. परिजनों ने 3 नामजद समेत 10 के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है.मूल रूप से बहरिया निवासी 20 वर्षीय युवती वाराणसी स्थित एक निजी कॉलेज में बीएएमएस प्रथम वर्ष की छात्रा है.उसका एक मकान अल्लापुर में भी है, जहां रहकर उसने पूर्व में पढ़ाई की है. हफ्ते भर पहले परिवार में एक शादी थी, जिसमें शामिल होने के लिए वह घर आई थी. शनिवार सुबह 11 बजे के करीब वह वाराणसी जाने के लिए घर से निकली. आरोप है कि अन्दावा मोड़ के पहले सागर यादव, अमित पासी, विनीत पासी व उनके 6-7 अज्ञात साथियों ने छात्रा को जबरन बस से उतर कर कार में ठूंस दिया और ले भागे.
इसके बाद उसे जबरन शराब पिलाकर बेल्ट से पीटा। साथ ही सिगरेट से दागा. मोबाइल, सोने की चेन व 15 हजार रुपये भी लूट लिए और फिर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया.दुष्कर्मियों ने बेहोशी की हालत में छात्रा को झूंसी थाना क्षेत्र की सुनसान जगह पर फेंक दिया था. पुलिस ने छात्रा को बेहोशी की हालत में अंदावा से बरामद किया.दरिंदगी में पीड़िता को गंभीर चोटें आईं हैं, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है. परिजनों ने 3 नामजद समेत 10 लोगों पर विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज कराई है.फिलहाल, छात्रा का इलाज शहर के ही एक सरकारी अस्पताल में चल रहा है.
एक यक्ष प्रश्न और भी है कि जिस बस से छात्रा का अपहरण हुआ उसके ड्राइवर – कन्डक्टर ने या फिर बस में बैठे अन्य यात्रियों में से किसी ने झूंसी थाने या हंडिया थाने में रिपोर्ट क्यों नहीं दर्ज़ करायी?
लेखक जेपी सिंह इलाहाबाद के वरिष्ठ पत्रकार हैं.