संजीव पालीवाल-
करीब 10 साल पुरानी बात है। एक बड़े नेटवर्क के कान्क्लेव में शाहरुख खान आये थे। उनके साथ उनकी फिल्म की हीरोईन भी थीं। मैं उस वक्त IBN7 में काम करता था। शाहरुख और उनकी हीरोइन का सेशन हमारे चैनल पर लाइव दिखाया गया। हमेशा की तरह शाहरुख की हाज़िरजवाबी देखने लायक थी।
सेशन लाईव होने के बाद मुझे मैसेज दिया गया कि इस लाईव इंटरव्यू से एक खास हिस्सा अगले टेलीकास्ट में नहीं लगाना है। शाहरुख ने रिक्वेस्ट की है कि वो पार्ट यूज़ ना किया जाये।
ये बात मुझ तक पहुंचायी गयी। मुझे ये बात एक ऐसे शख्स ने कही थी जिसकी बात टालने का दुस्साहस मैं क्या कंपनी में कोई नही कर सकता था। क्यूंकि वो प्रमोटर भी थे।
मैने भी अपनी टीम को बता दिया कि कुछ भी हो जाये वो हिस्सा मत लेना। बात खत्म हो गयी। रात को 9 बजे मैं घर जा रहा था। अचानक मेरे फोन की घंटी बजी। मैने गाड़ी चलाते चलाते नंबर देखा तो अंजाना नंबर था। मैने फोन ले लिया।
उधर से आवाज़ आयी
हैलो संजीव. संजीव पालीवाल बोल रहे हैं।
मैने कहा जी, मैं बोल रहा हूं। आवाज मुझे जानी पहचानी लगी।
यार मैं शाहरूख खान बोल रहा हूं।
हाय शाहरुख, कैसे हैं आप।
मैं ठीक हूं। बस एक छोटी सी रिक्वेस्ट के लिये फोन किया है।
मैने कहा बताईये ना।
यार वो इंटरव्यू में मै ज़्यादा बोल गया हूं। तुम तो जानते हो कि मैं कितना बड़बोला हूं। कुछ ना कुछ उटपटांग बोल जाता हूं।
जी जी
वो, उन्होंने अपनी हीरोईन का नाम लिया, परेशान हो गयी है। वो चाहती है कि मेरा एक सेंटेंस कतई ना जाये। प्लीज़ यार।
मैं जानता था कि वो किस सेंटेंस की तरफ इशारा कर रहे हैं।
देखो संजीव भाई, मेरा तो कुछ नही है लेकिन उसके लिये दिक्कत हो जायेगी। वो (एक बडा हीरो) से डर रही है। उसके गुस्से का तो सब को पता है।
मैने कहा शाहरुख आप चिंता ना करें। मुझे मैसेज दे दिया गया था कि वो हिस्सा नही लेना है। आप बेफिक्र रहो वो नही जायेगा।
नहीं भाई, मेरा आपसे बात करना ज़रूरी था। मुझे मालूम है कि मैसेज सही जगह जाना ज़रूरी है इसलिये मैने आपको फोन किया। प्लीज़, ये रिक्वेस्ट है। मैं नही चाहता कि मेरी वजह से किसी को कोई परेशानी हो। क्या करूं थोड़ा छिछोरा हो जाता हूं।
मैने कहा चिंता की कोई बात नहीं है। ये मैने पहले ही कर दिया है।
फिर मैने शाहरुख से कहा कि एक बात बताईये, फिल्म में आपने **** के साथ लव मेकिंग का सीन क्यूं किया। क्या ज़रूरत थी उसकी. आपकी ऑडियेंस में तो बच्चे बहुत हैं। मैं अपनी 10 साल की बेटी को लेकर गया था फिल्म देखने।
मेरे इस सवाल पर शाहरुख थोड़ा झेंप गये।
बोले , सच बोलू तो यश जी के कहने पर मैने वो किया था। मैने यश जी को ना नहीं कर सकता हूँ। लेकिन ये रियेक्शन मुझे कई लोगों ने दिया है। मैं आगे के लिये ख्याल रखूंगा। और हां, अपनी बेटी से मेरी बात करा देना।
मैने कहा ठीक है। कल फोन करता हूं।
शाहरुख ने कहा वेट करूंगा।
लेकिन वो फोन कॉल नहीं हो पायी। मेरी बेटी ने शाहरूख खान से बात करने से ही मना कर दिया। वो तब बहुत छोटी थी।
उसको यकीन ही नहीं हुआ कि मैं सारी बात सच बोल रहा हूं। मैने उसे नंबर भी दिखाया। लेकिन वो नहीं मानी।
उस रोज़ मुझे शाहरुख के शाहरुख होने का अहसास हुआ। शाहरुख को को ज़रूरत नहीं थी मुझे फोन करने की। वो मालिकों से बात कर चुके थे। लेकिन अपनी हीरोइन की परेशानी को लेकर उन्होंने मेरा नंबर लिया। फोन किया। ये गारंटी ली कि वो हिस्सा नहीं जायेगा। ये है शाहरुख खान।