अपडेट 1 : लखनऊ में हुए एप्पल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी हत्याकांड पर एसएसपी लखनऊ कलानिधि नैथानी की प्रेस कॉन्फ्रेंस-दोनों सिपाही प्रशांत मलिक & संदीप गिरफ्तार, दोनों जेल भेजे गए, मजिस्ट्रेट जांच बैठी, sit भी गठित हुई, इस केस की जांच दूसरे सर्किल को दी गई।
अपडेट 2 : लखनऊ में हुए एप्पल के सेल्स एरिया मैनेजर विवेक तिवारी हत्याकांड पर डीजीपी का बयान, जेल गए हत्यारोपी सिपाही आज शाम तक होंगे बर्खास्त।
Vivek Kumar : उत्तर प्रदेश में पुलिस बेलगाम हो चुकी है. अलीगढ़ में एसएसपी अजय साहनी के नेतृत्व में पुलिस वालों ने दो निरपराध व बेहद गरीब मुस्लिम युवकों को उठाया और बदमाश बताकर फर्जी मुठभेड़ में मार डाला. अभी अलीगढ़ फर्जी मुठभेड़ कांड ठंढा भी न पड़ा था कि योगी की पुलिस ने बहुराष्ट्रीय कंपनी एप्पल के अधिकारी को ही एनकाउंटर में मार गिराया.
विवेक तिवारी और उनका कुनबा (फाइल फोटो)
विवेक की कार पर लगी गोलियों के निशान
लखनऊ के गोमतीनगर में पुलिस ने एप्पल के एक अधिकारी विवेक तिवारी की गोली मार कर जान ले ली. सुल्तानपुर के रहने वाले विवेक तिवारी एप्पल कंपनी में एरिया मैनेजर के पद कार्यरत थे. घर में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं.
इस बीच विवेक तिवारी की सहयोगी सना को पुलिस ने मीडिया से दूरी बनाए रखने के लिए नजरबंद कर दिया है. इसके बाद पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं. सना सिपाही द्वारा युवक को गोली मारने में आई-विटनेस है. उन्हें गोमतीनगर के विनयखंड-3 स्थित उनके घर में पुलिस ने नजरबंद कर रखा है. सना विवेक के साथ कार में मौजूद थी.
उधर, लीपापोती में जुटी पुलिस का कहना है कि देर रात संदिग्ध लगने पर कार सवार युवक को सिपाही प्रशांत चौधरी ने रोकने का प्रयास किया. विवेक ने रुकने की बजाय कार कथित तौर पर पुलिसकर्मी की मोटरसाइकिल पर चढ़ा दी. जिसके बाद सिपाही ने गोली चलाई.
लखनऊ के एसएसपी कलानिधि नैथानी का कहना है कि गोमतीनगर विस्तार के पास विवेक की गाड़ी खड़ी थी. तभी सामने से दो पुलिसवाले आए. इन्होंने निकलने की कोशिश की. पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की. तभी अचानक गोली चल गई. गाड़ी एक खंभे से टकरा गई. उसके बाद विवेक के सिर से खून बहने लगा. विवेक को अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई. मौत हादसे में हुई है या गोली से, इसकी जांच चल रही है.
Vaidika Gupta : लखनऊ में एक आम आदमी का एनकाउंटर। रात दो बजे विवेक तिवारी का गोली मारकर एनकाउंटर किया गया। एप्पल कंपनी के एरिया मैनेजर थे विवेक तिवारी। उनके साथ गाड़ी में बैठी सहकर्मी सना का बयान- ”विवेक के पास नही था कोई आपत्तिजनक हथियार”। परिवारजनों के बयान- ”जब तक योगी नहीं आयेंगे, तब तक नहीं होगा अंतिम संस्कार”। लखनऊ पुलिस लीपापोती में जुटी। लखनऊ के एसएसपी ने सच को छुपाया।
Gyanendra Shukla : योगी महाराज की पुलिस ने दिया अदम्य साहस/शौर्य का परिचय… विवेक तिवारी (आईफोन कंपनी में सेल्स मैनेजर) को कहासुनी के बाद गोमतीनगर में मौत के घाट उतारा… पुलिस थ्योरी गढ़ने में जुटी कि विवेक ने कार से टक्कर मारी पुलिस की बाइक को, जिसके बाद सीधे सीने में गोली दाग दी गयी… इससे आम नागरिक के खौफ से तंत्र को निजात मिली. संवैधानिक तौर पर दोयम दर्जे के नागरिक बना दिए गए, सत्ता प्रतिष्ठानों से नकारे जा रहे तबके के हाशिए पर होने के दर्द को सदैव के लिए दूर करने के लिए शायद सरकार ने नयी उद्धार स्कीम खोजी है……
Abhishek Srivastava : लखनऊ पुलिस ने संदिग्ध समझकर एप्पल कंपनी के एरिया मैनेजर को गोली मारी, आई-विटनेस को किया नजरबंद. आप बहुराष्ट्रीय कॉरपोरेट के कारिंदे हैं? महानगर में रहते हैं? जन्म से उच्च कुल और जाति के हैं? आपका कोई आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं? बीवी बच्चों के साथ चैन की ज़िंदगी सुख से काट रहे हैं? टैक्स भी भर रहे हैं? इन सब के बावजूद आपकी ज़िंदगी की कोई गारंटी नहीं, एक बनते हुए हिन्दू राष्ट्र में! कोई मुगालता न पालिए। आप संदिग्ध हैं। सिर्फ और सिर्फ संदिग्ध। आपकी कीमत है सिर्फ एक गोली!
Pankaj Chaturvedi : विवेक तिवारी एप्पल फोन की कम्पनी में एरिया मैनेजर थे। कल रात एप्पल के नए फोन की लॉन्च थी। जब वे घर लौट रहे थे तो पुलिस वाले ने गोली मार दी। पुलिस का कहना है कि वे आपत्तिजनक हालत में थे, जब पुलिस ने मना किया तो वे सिपाही को कुचलने लगे। उसके बाद सड़क दुर्घटना में वे मारे गए। अस्पताल से विवेक तिवारी का जो वीडियो जारी किया गया है, उसमें साफ दिख रहा है कि उनकी ठोड़ी में गोली मारी गई है। पुलिस पहले इसे दुर्घटना बताती रही।
अस्पताल में विवेक तिवारी
कार से स्पष्ट है कि उसके शीशे पर गोली के निशान हैं। सुल्तानपुर के रहने वाले विवेक तिवारी एपल कंपनी में एरिया मैनेजर के पद कार्यरत थे. घर में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं. इस बीच विवेक तिवारी की सहयोगी सना को पुलिस ने मीडिया से दूरी बनाए रखने के लिए नजरबंद कर दिया है. जिसके बाद पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं. सना सिपाही द्वारा युवक को गोली मारने में आई-विटनेस है. उन्हें गोमतीनगर के विनयखंड 3 स्थित उनके घर में पुलिस ने नजरबंद किया है.
दूसरी घटना-आज अलवर में मॉब लिंचिंग में मारे गए पहलू केस में गवाहों के बयान शुरू होने थे। इसलिए पहलू के पुत्रगण इरशाद , आरिफ और गवाह अज़मत व रफीक़ आदि कार से बहरोड़ जा रहे थे। कार अमजद चला रहा था। नीमराना क्रॉस करने के बाद अज्ञात लोगों द्वारा इनकी कार का पीछा शुरू कर दिया गया और ओवरटेक करते हुए कार रोकने की कोशिश की गई। फायर भी किया गया। फायरिंग करते हुए गाड़ी बहरोड़ की तरफ चली गयी। काले रंग की स्कोर्पियी थी जिस पर नंबर प्लेट नहीं थी। सारे देश में गुंडा राज और आतंक।
Gurdeep Singh Sappal : जब पुलिस को ग़ैर क़ानूनी अधिकार देने की वकालत होगी, एंकाउंटर को पब्लिक सहमति मिलेगी, तो गोली ग़लत भी चलेगी, ग़लत जगह भी पहुँचेगी! इसीलिए अपराधियों द्वारा ज़बरदस्ती छीनी गयी छूट क़ानून पुलिस को नहीं देता है।
Mohammad Haider : Lawlessness by Khaki clad criminals -Police Constables Shot dead an innocent IT Professional in Gomti Nagar extension, Lucknow, in Cold blood. Exemplary punishment to be ensured, besides compensating the bereaved family adequately.
Aashish Tiwari : लखनऊ पुलिस के सिपाही ने apple के ASM विवेक की गोली मार कर हत्या कर दी। विवेक कल iPhone की लॉंचिंग कराके वापिस लौट रहे थे। गाड़ी रोकने से मना करने पर की हत्या। बहुत भयावह स्थिति में पहुँच चुके हैं हम सब… सवाल ये है कि जिनके हाथ में हथियार हमारी आपकी सुरक्षा के लिए दिए गए हों, अगर वो असलहे हम पर ही गरजने लगें तो सोचिए क्या होगा? क्या इतनी भी सहनशीलता नहीं रही?
Manish Srivastava उफ। बेहद ह्रदय विदारक। दो छोटी बच्चियों के पिता को लील गए। बिना अदालती कार्यवाही, उस हत्यारे सिपाही को फांसी हो। वो भी चौराहे पर क्योंकि जिनके हाथ मे कानून की रक्षा का दायित्व है अगर वो भक्षक बने तो सज़ा बाकियों से कठोर इसलिए हो ताकि एक नजीर बने। वाकई बेहद दुःखद।
Shweta R Rashmi : उत्तरप्रदेश में गुंडागर्दी चरम पर है पुलिस वालों की. विवेक तिवारी एप्पल फोन की कम्पनी में एरिया मैनेजर थे. कल रात एप्पल के नए फोन की लॉन्च थी. जब वे घर लौट रहे थे अपनी एक सहयोगी के साथ तो पुलिस वाले ने उन्हें गोली मार दी. कार से स्पष्ट है कि उसके शीशे पर गोली के निशान हैं. विवेक तिवारी की सहयोगी सना को पुलिस ने मीडिया से दूरी बनाए रखने के लिए नजरबंद कर दिया है. सना सिपाही द्वारा युवक को गोली मारने में आई-विटनेस है. ये कैसा तरीका है कि अपराधियों को छोड़कर अब नागरिकों का इनकाउंटर किया जा रहा है. इस सरकार में भी पुलिस सपाई गुंडों से कहां कम है?
Priyabhanshu Ranjan : पुलिस जब ‘एनकाउंटर स्पेशलिस्ट’ बनने पर तुली हो तो ये सब होगा ही। अभी तो बहुत कुछ होगा!
Saleem Akhter Siddiqui : विवेक तिवारी। एप्पल के एरिया मैनेजर। कल रात पुलिस ने संदिग्ध समझकर गोली मारकर हत्या कर दी। उनकी सहयोगी सना को पुलिस ने नज़रबंद कर दिया। उधर राजस्थान में पहलू हत्यकांड में गवाहों पर हमला किया गया।
सौजन्य : फेसबुक
Comments on “योगी की पुलिस ने तो एप्पल के अधिकारी का ही एनकाउंटर कर दिया! देखें तस्वीरें”
भैया हमने तो पिछले साल ही आगाह कर दिया था पुलिस को लेकर। पुलिस सुधारने वाली नहीं।
कोई योगी की पुलिस से जनता को बचाये
Yogi Raj hai Bhai yog Karo aur moksh payo, laga loo shart punyama aatma Vivek ko yogi ji ki sadkirpa se Mila moksha aur papin Sana ko milli nazarbandi, ye sansar naswar hai aur ek din sabko mitti mein mil Jana hai, kaisa shok, kaisa vishad