विनय मौर्या-
A I यानी आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस से रिटायर्ड पुलिस अधिकारी प्रेमप्रकाश का डीप फेक वीडियो बनाकर गाजियाबाद के एक बुजुर्ग से 74 हजार की ठगी का मामला प्रकाश में आया है। वीडियो में देख सकते हैं कैसे ठग ने पूर्व एडीजी प्रेमप्रकाश के चेहरे का इस्तेमाल किया है। मामला तब खुला जब ठग ने और रुपये की मांग की तो पीड़ित ने अपनी बेटी से इस बारे में बताया औऱ उसने दूसरे मोबाईल से वीडियो कॉल रिकॉर्ड कर ली।
देखें वीडियो-
ips prem prakash deep fake
दरअसल यह शुरुआत है…आने वाले समय में डीप फेक तकनीकी से नेताओं-अभिनेताओं अभिनेत्रियों समेत किसी का भी आपत्तिजनक वीडियो बनाकर उसका चरित्रहनन या उसे ब्लैकमेल किया जा जाएगा। यह तकनीकी इतनी उन्नत है कि सामान्यतः कोई समझ भी नहीं पायेगा की वीडियो असली है या नकली। आर्टिफिशियल इंटलीजेंस से डीप फेक तरीके से आवाज की भी नकल की जा सकती है।
इससे बचाव यह है की किसी भी अंजान व्यक्ति की वीडियो कॉल न उठायें अगर कोई आपकी डीपफेक तकनीकी का इस्तेमाल करते हुए आपत्तिजनक वीडियो बनाकर वायरल करने की धमकी देकर रुपये मांगे तो न दें। और गौर से देखने पर वीडियो असली है की नकली समझ में आ जाती है।
खैर इसपर साइबर अपराध पर शोध करने के उद्देश्य से मैं तो यह जानते हुए की यह देशी-विदेशी फेसबुक आईडी नकली है। मुझे बातों के जाल में फंसाकर गेम खेलना चाहती है। मैं उसे नम्बर दे देता हूं। ताकि वह क्या-क्या कर सकते हैं। आगे आपको सावधान कर सकूं।
विनय मौर्या
बनारस।