Shrikant Asthana-
I’ve received this picture, reportedly from Ayodhya. Save Lord Ram, If this is how they are celebrating Lord Ram.
It seems that those behind all this pomp and show are willing to make people believe that this man in the image is the more prevalent incarnation or embodiment of Lord Ram than the Lord Ram of Treta.
जनार्दन शर्मा-
जाकि रही भावना जैसी,
प्रभु मूर्ति देखी तिन तैसी।
यह ट्रिक फ़ोटोग्राफी का करिश्मा है। जो व्यक्ति प्रभु श्रीराम की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए कठोर यम-नियम का पालन कर रहा है, जिसने पिछले आठ दिनों से अन्न का एक दाना भी मुंह में नहीं डाला है ,भला उसे इस तरह कैसे आरोपित किया जा सकता है।
मन्दिर में भी तरह तरह के लोग जाते हैं , अधिकांश पूजा पाठ ,प्रभु दर्शन के लिए जाते हैं, लेकिन कभी कभी भीड में जेब कतरे भी अपने हुनर का कमाल दिखा जाते हैं।
इस ५०० वर्षो बाद होने वाले महायज्ञ का , जिसने, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्वरूप प्राप्त कर लिया है, सनातन समाज के जीवन में एक ऐतिहासिक महत्व का अवसर है।
प्रभु तो कृपालु है , अपने भक्तों का भी कल्याण करते हैं साथ में जेबकतरों के जीवन यापन की भी व्यवस्था करते हैं।
हम तो प्रभु के सभी भक्तों के कल्याण की कामना करते हैं,जिसको जिस काम में सुख मिले।
प्रभु सभी को को सद्बुद्धि दे, ज्ञान दे।
प्रभु श्रीराम के चरणों में नमन।