सच्चाई लिखने पर अमर उजाला पत्रकार को दुष्ट कह कर सम्मानित करने वाले जिला अधिकारी का नाम है इंद्र विक्रम सिंह! इनकी तैनाती शाहजहांपुर में है!!
यूपी में गायों के नाम पर खूब खेल हो रहा है. अगर कोई निष्पक्ष एजेंसी जांच करे तो यहां अरबों रुपये के भूसा घोटाले का खुलासा होगा जिसमें भूसा विक्रेता ठेकेदार से लेकर गोशाला संचालक और जिले के छोटे-बड़े अफसरों की मिलीभगत शामिल होगी.
कागजों पर ही भूसा खरीद हो जाता है. गायों को खुल्ला छोड़ दिया जाता है चरने मरने के लिए. पैसे बांट लिए जाते हैं. मतलब गो माता के नाम पर भी जेबें भरने में अफसरों, नेताओं, ठेकेदारों को कोई दिक्कत नहीं है. इस घोटाले की कहानी फिर कभी.
फिलहाल तो शाहजहांपुर से एक दुख देने वाली खबर आई है. अमर उजाला अखबार ने एक गोशाला का सच प्रकाशित किया तो डीएम साहब को बुरा लग गया. उन्होंने फोन पर किसी से बातचीत में कह दिया कि अमर उजाला वाले दुष्ट हैं.
अरे डीएम साब, दुष्ट तो गोशाला वाले हैं जो भूसे-चारा का पैसा हजम कर जाते हैं. दुष्ट तो वो अफसर हैं जो गो माता के नाम का पैसा हजम कर जाते हैं. इन दुष्टों को ठीक करने की जगह आप सच्चाई लिखने बताने वालों को दुष्ट बता रहे हैं.
दरअसल योगी राज में अफसरों को पत्रकारों को निपटाने की खुली छूट दे दी गई है इसलिए सच लिखने बताने पर जहां तहां धड़ाधड़ मुकदमे पत्रकारों के उपर होते रहते हैं.
सच लिखने पर अखबार को ही दुष्ट बता दिया जाता है.
हां, डीएम साहब भी सिंह हैं. इंद्र विक्रम सिंह.
सुनिए आडियो.
राष्ट्रीय गौरक्षा संघ के शाहजहांपुर के जिला अध्यक्ष ने जब डीएम को फोन कर गोशाला में गायों की खराब स्थिति के बारे में जानकारी दी तो डीएम साहब क्या कह रहे हैं-
भड़ास4मीडिया के एडिटर यशवंत सिंह की रिपोर्ट.
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