सौमित्र रॉय-
आज अभी जब भारत के प्रधानमंत्री हरित ऊर्जा पर मन की बात कर रहे हैं, दो दिन पहले ही उन्हीं की सरकार ने बिजली की अधिकतम दर 50₹ प्रति यूनिट कर दी हैं।
क्योंकि डूबते अदानी सेठ को ऊपर लाना है। ऑस्ट्रेलिया के कोयले से बनी बिजली बेचनी है।
शेयर बाज़ार में आज निवेशकों के 3.5 लाख करोड़ डूब गए। अदानी सेठ को 40 हजार करोड़ की चपत लगी। ओरिएंट सीमेंट ने सेठ से 7000 करोड़ की डील रद्द कर दी।
समर अनार्या-
मारीशस पनामा आइलैंड जैसे काले धन के अड्डों वाला “सत्य” कहीं ज़मीन फाड़कर उसमें घुस जाने के चक्कर में तो नहीं है?