रवीश कुमार-
आगरा के पत्रकार गौरव बंसल के साथ जो हुआ है उसे लेकर एडिटर्स गिल्ड का बयान आया है। पत्रकारिता करना हर दिन एक मुश्किल काम होता जा रहा है। ऐसे ही कम पत्रकार रह गए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस मामले का संज्ञान लेना चाहिए। जब तमाम सवालों और आलोचनाओं के रहते वे आराम से चुने गए हैं तो उनके प्रशासन को भी अपनी तरफ़ से उदारता और आत्मविश्वास का प्रदर्शन करना चाहिए।
गौरव बंसल इस वक्त कितना मायूस होंगे। उनके परिवार को कैसा लग रहा होगा। ज़रा सोचिए। बंसल समाज से अपील है कि वह भी गौरव बंसल के लिए आगे आए।
अब अगर इस देश में जाति की संस्थाएँ ही राजनीतिक रुप से प्रभावी रह गई हैं तो उन्हीं के पास न्याय के लिए जाना शुरू कर देना चाहिए। न्याय पाना बरसों का इंतज़ार हो गया है।
इस पूरी प्रक्रिया में लेन-देन और सिफ़ारिश के तनावपूर्ण दौर से गुजरने में जनता टूट जाती है।