अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी स्टूडैंटस यूनियन और वीमेन्स कालिज स्टूडैंटस यूनियन मौलाना आजाद लाइब्रेरी में छात्राओं के अध्ययन के मुद्दे पर राष्ट्रीय मीडिया के द्वारा विश्वविद्यालय के विरूद्ध चलाई जा रही नकारात्मक मुहिम की कठोर शब्दों में निंदा की । उन्होंने आपत्ति जताते हुए कहा कि मीडिया ने गलत तरीके से देश के एक एतिहासिक तथा विकासुन्मुख विश्वविद्यालय के विरूद्ध तथ्यहीन और नाजायज वक्तव्य जारी किये तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर इसकी छवि को धूमिल करने का प्रयत्न किया। छात्रों ने कहा कि वह बताना चाहते हैं कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय एक धर्मनिर्पेक्ष संस्था है जो वर्ग, जाति, धर्म, लिंग अथवा नस्ल के भेद-भाव के बिना हर व्यक्ति को शिक्षा के समान अवसर उपलब्ध करा रहा है।
मौलाना आजाद लाइब्रेरी में पोस्ट ग्रेजुएट, रिसर्च स्कोलर्स तथा विभिन्न व्यवसायिक कोर्सो की छात्राओं को बिना किसी रोक के प्रवेश तथा अध्ययन की स्वतंत्रता प्राप्त है। केवल वीमेन्स कालिज जो अमुवि के मुख्य कैम्पस से लगभग 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, की अंडर ग्रेजुएट छात्राओं तथा सीनियर सेकेंड्री स्कूल के छात्र व छात्रायें मौलाना आजाद लाइब्रेरी की सदस्य नहीं है क्यों कि वह स्वतंत्र संस्थायें हैं तथा उनको स्वंय अपनी आधारभूत सुविधायें प्राप्त हैं। इनके विकास तथा अपग्रेडेशन के लिए वह प्रयत्नशील हैं और उन्होंने कहा केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय से भी आग्रह करते हैं कि वह विशेष रूचि लेकर इन सुविधाओं के विकास को सुनिश्चित करे. विरोध कर रहे छात्र छात्राओ ने कहा कि केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने कुलपति को नोटिस भेजा है और यह वक्तव्य दिया है कि कुलपति का वक्तव्य “बेटियों का निरादर है”. यदि केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री अमुवि छात्रों के प्रति इतनी ही संवेदनशील हैं तो वह वीमेन्स कालिज लाइब्रेरी के विकास के लिए तुरंत प्रभाव से विशेष निधि जारी करें तथा अमुवि में बड़े स्तर पर बढाई गई फीस के निर्णय को भी वापिस लें। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि यूनिवर्सिटी को आवंटित फंड में कटौती के निर्णय को वापिस लिया जाये।