दैनिक भास्कर प्रबंधन की गलत नीतियों से खफा हैं मुलाजिम. इंक्रीमेंट के समय में मुलाजिमों को बुरी तरह परेशान किया जा रहा है, नए-नए आदेश जारी कर उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा है, ताकि कोई पैसे बढ़ाने को न कह दे. प्रबंधन कुछ ऐसे ही हालात हर साल अप्रैल महीने में पैदा करता है. ये कोई नई बात नहीं है.
मुलाजिमों पर लगातार काम का अतिरिक्त बोझ लादा जा रहा है. उनका कहना है कि जिस तेजी से महंगाई बढ़ रही है, उस हिसाब से उनका वेतन नहीं बढ़ाया जाता. पिछले साल भी 500 रुपए बढ़ाकर खानापूर्ति की गई. ऐसे में उन्हें परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है.
मुलाजिमों के सब्र का प्याला भी छलकने लगा है और अकेले लुधियाना यूनिट में पिछले 15 दिन में तीन मुलाजिमों ने इस्तीफा दे दिया है. इनमें लुधियाना भास्कर के चीफ फोटोग्राफर कुलदीप सिंह काला, सर्कुलेशन विभाग के अमन कुमार और एड डिजाइनर मोहित कुमार शामिल हैं. आने वाले दिनों में और इस्तीफे भी हो सकते हैं.
मार्केटिंग विभाग के लोग भी खासे परेशान हैं. नए दिए गए टारगेट 2020 के चलते उनके लगातार डंडा किया जा रहा है. उन्हें मार्केट से एड मिलने में खासी परेशानी हो रही है. पता चला है कि इसके पीछे एक अहम कारण है कि अखबार के संपादकीय विभाग में कुछ भ्रष्टाचारी लोगों को योजना के तहत आगे लाया जा रहा है.
इनकी कई शिकायत के बावजूद भी प्रबंधन ने आंखें बंद कर रखी हैं. ये भी सूचना है कि कुछ महीने पहले आया एक अफसर विज्ञापन में स्टिंगरों के साथ मिलकर कमीशन खा रहा है. देखना ये है कि आने वाले दिनों में और कितने इस्तीफे होते हैं.