नोएडा । लगता है नोएडा से प्रकाशित दैनिक भास्कर इस समय अनाडी और गैर जिम्मेदार लोगों के हाथ में है, जिसके चलते इस अखबार पर कानून की गाज गिरनी शुरू हो गयी है। राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जन्मदिन के मौके पर इस अखबार ने एक ही प्रकृति की झूठी व मनगंढत खबरें दो बार छापी। इसमें कहा गया कि योगी के जन्मदिन पर छबील लगाकर प्रदेश भर में शराब व केक का वितरण किया गया।
इस खबर के बाद उत्तर प्रदेश के हिन्दू संगठन गुस्से में आ गए। दैनिक भास्कर नोएडा संस्करण के छः जून के अंक में पेज नम्बर सात पर यह खबर ”हिन्दू एकता दिवस के रूप में मनाया योगी का जन्मदिन” शीर्षक से योगी के फोटो के साथ छापी गयी। यही नहीं, अगले दिन यानी सात जून को यही खबर पेज नम्बर सात पर गजरोला डेट लाइन से इसी शीर्षक के साथ पुनः प्रकाशित की गयी। इस बार योगी के फोटो के स्थान पर कुछ स्थानीय लोगो का फोटो छाप दिया गया।
इस संबंध में उत्तर प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ नेता बिजेन्द्र ने अपने वकील के माध्यम से एक कानूनी नोटिस अखबार के निदेशक संजय कुमार अग्रवाल, मुद्रक व प्रकाशक ललन कुमार मिश्रा, सम्पादक ज्ञानेंद्र पान्डे और प्रधान सम्पादक दीपक द्विवेदी को भेज कर पचास लाख रूपये हर्जाने के रूप में जिलाधिकारी कोषागार में जमा करने की मांग की है।
इस नोटिस के बाद अखबार के प्रशासनिक व सम्पादकीय प्रबंधन में हड़कम्प मच गया है। यह धन राशि जमा न होने पर भाजपा नेता ने इस संम्बध में सक्षम न्यायालय में फौजदारी व दीवानी वाद दायर करने की भी धमकी दी है। पहले यह अखबार पूर्व सम्पादक शैलेन्द्र सक्सेना की अगुवाई में चल रहा था, लेकिन एक मार्च 2018 को प्रबंधन बदल गया, और उनके अधिकांश स्टाफ को भी हटा दिया गया। इस समय अखबार के प्रशासन की जिम्मेदारी ललन कुमार मिश्रा के पास है।
एक मार्च का पहला अंक जब प्रकाशित हुआ तो दिल्ली से प्रकाशित देशबन्धु अखबार का पूरा एक पेज भास्कर में पेज दो पर छप गया। इसके ज्यादातर समाचारों में देशबन्धु अखबार का उल्लेख है। सम्पादकीय पेज पर भी दूसरे अखबारो के लेख आये दिन छापे जा रहे है। इसके चलते दैनिक भास्कर के इस संस्करण की छीछालेदर हो रही है। अखबार के सम्पादक ज्ञानेन्द्र पान्डे हैं जो कैसे अखबार निकाल रहे, शायद उन्हें भी न पता होगा।
दैनिक भास्कर का नोएडा संस्करण प्रधान सम्पादक दीपक द्विवेदी के निवास हाउस नम्बर 94 सैक्टर- 28 नोएडा से अवैध रूप से चल रहा है। दरअसल यह मकान आवासीय है, और यहां कोई भी व्यावसायिक गतिविधि यहां से नही चल सकती। इस संबंध में नोएडा विकास प्राधिकरण में भी आसपास के नागरिकों ने शिकायत भेजी है। प्रमाण के रूप में नोएडा कार्यालय का यह पता अखबार की प्रिन्ट लाइन पर भी प्रतिदिन प्रकाशित हो रहा है। अखबार की आड़ में यह सब चल रहा है। योगी के जन्मदिन से संबंधित विवादित खबर का यह असर रहा कि योगी समर्थकों ने भास्कर के उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिला कार्यालयो पर जमकर हंगामा किया। अब इस मामले में जगह- जगह अखबार के खिलाफ कोर्ट और पुलिस के दरवाजे खटखटा रहे है।