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नलिन आचार्य बने चंडीगढ़ प्रेस क्लब के प्रधान, देखें चुनाव संबंधी कुछ तस्वीरें..

कानपुर। चंडीगढ़ प्रेस क्लब के वार्षिक चुनाव रविवार को संपन्न हुए। इस बार प्रधान पद पर नलिन आचार्य की धुआंधार जीत हुई। नलिन आचार्य को 307 मत मिले जबकि बरिंदर सिंह रावत को 274 मत मिले। नलिन आचार्य ने 33 मतों के अंतर से जीत दर्ज की है। इस बार क्लब के चुनाव में कुल 588 मत पड़े, जिनमें से 7 वोट रद्द कर दिए गए।

इस बार नलिन आचार्य ने अपने गुट में पांच नए चेहरों पर दांव लगाया, जिनमें से तीन उम्मीदवारों ने उम्मीद से कहीं ज्यादा बेहतर प्रदर्शन किया। वरिष्ठ उपप्रधान पद पर रमेश हांडा ने 309 मत हासिल कर 38 मतों के अंतर से जयसिंह छिब्बड को 271 मतों पर समेट दिया। जबकि 8 मत रद्द कर दिए गए।

उपप्रधान पद पर अमनदीप कौर ने 291 मतों के साथ कब्जा किया। उन्होंने अर्शदीप आर्शी को 9 मतों के अंतर से पराजित किया। आर्शी को 282 मतों से संतुष्ट होना पड़ा और कुल 15 वोट रद्द किए गए। इसी तरह उपप्रधान पद पर पहली बार चुनाव लडने वाले दीपेंद्र ठाकुर ने 287 मत हासिल किए और करनैल सिंह राणा को 2 मतों के अंतर से पराजित किया। राणा को कुल 285 मत पड़े और 16 मत रद्द कर दिए गए। इसी प्रकार नलिन आचार्य की तरफ से महासचिव पद के लिए मैदान में उतरे जगतार सिंह भुल्लर को उमेश शर्मा से पराजय का सामना करना पड़ा। शर्मा को 298 जबकि भुल्लर को 280 मत पड़े।

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सचिव पद पर खड़े छायाकार अजय जलंधरी ने सबसे अधिक 317 मतों के साथ जीत हासिल की जबकि सुशील राज को 260 मतों से संतुष्ट होना पड़ा। इसी प्रकार संयुक्त सचिव-1 की सीट पर अमरप्रीत सिंह को 291 जबकि तरुण भजनी को 281 मत पड़े। इस प्रकार संयुक्त सचिव-2 की सीट पर अंकुश महाजन ने 305 मत हासिल किए और नवीन त्यागी ने 269 मत हासिल किए। ट्रेजर्र की पोस्ट पर दुष्यंत पुंडीर ने 294 मत लेकर जीत हासिल की। उन्होंने 11 मतों के अंतर से मुकेश अठवाल को 283 से पराजित किया।

चंडीगढ़ प्रेस क्लब के करीब 13 साल से रेगुलर मेम्बर रहे कानपुर निवासी रविंदर सिंह भाटिया (लाडी) हर चुनाव में हिस्सा लेते है क्लब के सभी मेम्बर और फोटोग्राफरों ने रविंदर सिंह भाटिया (लाडी) की हर चुनाव में कानपुर से चंडीगढ़ आकर वोट डालने की प्रशंसा की। साढ़े सात सौ किलोमीटर दूर होकर भी हर चुनाव में भाटिया जी अपना किराया खर्च करके वोट डालने आते है।

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8 साल से प्रेस क्लब का चुनाव जीतने वाले आखिर क्यों हारे?
8 साल से बरिंदर सिंह रावत और सौरभ दुग्गल का चंडीगढ़ प्रेस क्लब के चुनाव में जीत का सिलसिला बरकरार रहा था। जिससे इनको इस बात का घमंड हो गया था इनका यह भी एक हार का मुख्य कारण रहा। लोगो ने बताया कि इस बार के चुनाव में इन्होंने अपनी कन्वेसिंग भी ज्यादा नही की थी। रिजल्ट से पहले ही अपने आपको जीता हुआ घोषित कर लिया था। चुनाव के एक हफ्ते पहले एक दैनिक अखबार के चीफ फोटोजर्नलिस्ट अपने परिवार के साथ प्रेस क्लब में खाना खाने गए थे इनके खाने में काकरोच निकल आया था जिसकी उन्होंने प्रेस क्लब को शिकायत भी की थी लेकिन उन्होंने कोई करवाई नही की थी। जिससे चंडीगढ़ प्रेस क्लब के सभी फोटोग्राफर मेंबर नाराज थे।

देखें तस्वीरें…

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