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कतर की राजकुमारी के सेक्स वाली झूठी खबर छापने वाले भास्कर के अंग्रेजी अखबार डीबी पोस्ट ने माफी मांगी

अब जनसत्ता, अमर उजाला, इंडिया संवाद, भोपाल समाचार की बारी है!

Pooja Singh : कल मैंने डी बी पोस्ट द्वारा क़तर की राजकुमारी के बारे में छापी गयी झूठी और वाहियात खबर पर जो पोस्ट लिखी थी उसका अपडेट यह है कि डी बी पोस्ट ने आज छोटा सा माफीनामा प्रकाशित कर दिया है. लेकिन वह शर्म नदारद है जो ऐसी झूठी खबर छापने पर आनी चाहिये. हिंदी मीडिया में इस खबर को लेकर जो उत्साह दिखा वह अभूतपूर्व है. समझा जा सकता है. एक तो राजकुमारी, दूसरा मुस्लिम, तीसरे सेक्स का तड़का…खैर क्या बाकी वेबसाइट भी माफ़ी मांगेंगी. जनसत्ता, अमरउजाला, इंडिया संवाद, भोपाल समाचार सबने यह बेसिरपैर की खबर छापी है. अब उनकी बारी है.

अब जनसत्ता, अमर उजाला, इंडिया संवाद, भोपाल समाचार की बारी है!

Pooja Singh : कल मैंने डी बी पोस्ट द्वारा क़तर की राजकुमारी के बारे में छापी गयी झूठी और वाहियात खबर पर जो पोस्ट लिखी थी उसका अपडेट यह है कि डी बी पोस्ट ने आज छोटा सा माफीनामा प्रकाशित कर दिया है. लेकिन वह शर्म नदारद है जो ऐसी झूठी खबर छापने पर आनी चाहिये. हिंदी मीडिया में इस खबर को लेकर जो उत्साह दिखा वह अभूतपूर्व है. समझा जा सकता है. एक तो राजकुमारी, दूसरा मुस्लिम, तीसरे सेक्स का तड़का…खैर क्या बाकी वेबसाइट भी माफ़ी मांगेंगी. जनसत्ता, अमरउजाला, इंडिया संवाद, भोपाल समाचार सबने यह बेसिरपैर की खबर छापी है. अब उनकी बारी है.

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कतर की राजकुमारी शेखा सल्वा से जुड़ी एक वाहियात खबर इन दिनों इंटरनेट पर खूब छायी हुई है. खबर के मुताबिक ब्रिटिश खुफिया एजेंसी ने उनको कथित रूप से 6-7 पुरुषों के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया और यह खबर फाइनैंशियल टाइम्स ने छापी. यह बात अलग है कि यह अखबार की वेबसाइट तक पर नहीं है. यह संदिग्ध खबर बीते कई सालों में कई बार सामने आती है और कोई विश्वसनीय समाचार माध्यम इसे नहीं छापता.

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बहरहाल पीत पत्रकारिता का नया मानक बनते जा रहे अखबार दैनिक भास्कर के अंग्रेजी अखबार डीबी पोस्ट ने इस वाहियात खबर को आज राजकुमारी सल्वा की तस्वीर के साथ अपना एंकर बनाया है. बिना किसी सोर्स के फर्जी वेबसाइटों पर चल रही खबर को इस निर्लज्जता से चलाने की जितनी भर्त्सना की जाये कम है. जिन मित्रों का संपर्क हो वे इस अखबार के मालिकों व संपादकों को पत्र लिखकर ऐसी सनसनीप्रिय मूर्खताओं से बाज आने को कहें.

शुक्रवार मैग्जीन से जुड़ीं पत्रकार पूजा सिंह की एफबी वॉल से. इस पोस्ट पर आए कुछ प्रमुख कमेंट्स इस प्रकार हैं….

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Surendra Singh Dangi आप सही कह रही हैं माफ़ीनामे में शर्म नदारद है. यह बात भी अपने आप में शर्मनाक है.

Manisha Pandey खबर तो वाहियात लग ही रही है और मान लो कि सच भी हो तो क्या? पुरुषों के साथ थी भी तो क्या? कौन सी आफत आ गई? उसकी जिंदगी, वो जो चाहे करे, किसी को उससे क्या? हमको किसी के निजी जीवन और खबर में फर्क नजर नहीं आता.

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Pooja Singh बिल्कुल सही बात दी. यह खबर है ही नहीं. डीबी ने बहुत शातिर तरीके से एंगल बदलकर 5 करोड़ डॉलर की पेशकश को प्रमुखता देने की कोशिश की है लेकिन उसकी मंशा नहीं छिप सकी है. खास शारीरिक बनावट वाले लड़कों की मांग तो ऐसे लिखा है जैसे इनके संवाददाता से ही मांग की गयी थी. अपने लिए एश्वर्य और कटरीना से कम न तलाशने वाले चंगू मंगू भी इस खबर को पढ़कर फिस फिस करके हंस रहे हैं. अहमक कहीं के!

मनोज पांडेय कई अखबार हैं जिनका कारोबार इस तरह की आधारहीन सनसनी के बूते ही चलता है। खासकर नेट पर उनकी जो साइटें हैं वहाँ तो ऐसे वाहियात और बेमतलब की खबरों की भरमार रहती है। बाकी छपे हुए संस्करणों में भी कितना कूड़ा वे परोसते रहते हैं उसका कोई हिसाब किताब नहीं… भास्कर तो ऐसों का सिरमौर अखबार है।

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Pankaj Shukla इंटरनेटी और फंडा रिपोर्टिंग का नमूना ….इसे ही पत्रकारिता में चलते रहने की अनिवार्यता साबित किया जा रहा है।

नर्मदा सिंह ख़बर भले वाहियात है लेकिन ऐसा वहां होता रहता है. मेरी भाभी सऊदी में रहती हैं, जहाँ सभी के लिए बुर्का पहनना जरुरी है. भाभी की कलीग कुछ लोकल सऊदी लड़कियां भी थीं. उन्होंने भाभी को कई बार वीकेंड पे पार्टी के लिए बुलाया तो भाभी गयी नहीं. फिर एक बार भैया इंडिया आये हुए थे तो उन्होंने सोचा कि अकेली हूँ तो चली जाती हूँ. लेकिन बड़ी एहतियात के साथ उन्होंने खुले-खुले पूरी बाँहों के कपड़े पहन ऊपर से बुरका डाल चली गयीं. उनके दरवाज़े पे नॉक किया. जैसे ही दरवाज़ा खुला, धुएं और बदबू का झोंका बाहर आया. अंदर आयीं तो ज्यादातर लड़कियां शॉर्ट्स और स्पैगैटी टी-शर्ट में.  भाभी खुद को मुर्ख महसूस कर रहीं थीं. वहाँ 5 लड़के और 16 लड़कियाँ थी. उन्होंने बताया कि हर हफ्ते वो लोग पार्टी करते हैं. आप लड़कियों को भी गलत नहीं कह सकते. ज्यादातर आदमियों ने 2 -3 शादियाँ की हुई हैं. उसके बाद घर में काम करने वाली औरतों को भी नहीं बख्शते. औरतों को पति, भाई और बाप को साथ लिए बिना बाहर जाना तक अलाउड नहीं है. अगर ऐसे मन नहीं बहलाएंगी तो मर ही जाएँगी. ऐसे मॉहौल में तो वैसे भी दम घुट जायेगा.

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Santosh Kr. Pandey पहली बात, वो सात के साथ रहें या सत्रह के साथ- ये उसका निजी मसला है और ब्रिटेन के क़ानून के मुताबिक़ कोई क्राइम नहीं। गर ये ख़बर सच है तो ब्रिटेन का क़ानून किसी की निजता का उल्लंघन करने की आज़ादी अपने पुलिस को नहीं देती। दूसरी बात, पूरी ख़बर ही झूठ लग रही है। और तो और, हमें कैसे पता कि फोटो सल्वा की ही है। हो सकता है कि किसी और की हो।

Sandeep Kumar संतोष भाई पूरी खबर बकवास है। इंटरनेट हॉक्स है ये। फ़ोटो किसी अरब बिजनेस वुमन का लगा दिया है। कायदे से sue किया जाना चाहिए इनको। बीबीसी के अलावा लगभग सभी बड़ी हिंदुस्तानी वेबसाइट यह खबर चला रही है धड़ल्ले से. हद है.

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