देश भर के चैनलों, खासकर न्यूज चैनलों पर नजर रखने के लिए सूचना एवं प्रसारम मंत्रालय के अधीन गठित इलेक्ट्रानिक मीडिया मानीटरिंग सेंटर (EMMC) में कार्यरत दर्जनों मीडियाकर्मियों की हालत पर किसी की नजर नहीं है. ये अन्याय और शोषण के शिकार हैं. इनकी नौकरी हर वक्त खतरे में रहती है क्योंकि इन्हें ठेके पर रखकर बंधुआ मजदूर की तरह काम लिया जाता है और हमेशा आतंकित रखा जाता है.
असल में केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन काम करने वाली संस्था इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मॉनिटरिंग सेंटर (ईएमएमसी) के सैकड़ों कर्मियों का कई साल से वेतन नहीं बढ़ा और सेवा स्थायी नहीं किया जा रहा. इस सबसे आए उबाल के कारण कल ये मीडियाकर्मी सड़क पर आ गए. इनने कार्य-बहिष्कार किया और शास्त्री भवन स्थित मंत्रालय के मुख्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.
प्रदर्शनकारी कर्मियों ने सूचना एवं प्रसारण मंत्री को ज्ञापन देकर आरोप लगाया कि ईएमएमसी में उनके कामकाज की स्थिति दयनीय बना दी गई है। मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि यह कोई नया मामला नहीं है और सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए मामले के समाधान की कोशिश की जा रही है।
ज्ञापन के मुताबिक, ईएमएमसी में कर्मियों को तीन महीने के अनुबंध पर रखा जाता है और कई कर्मी सालों से इस संस्था में काम कर रहे हैं, लेकिन उनकी सेवा स्थायी नहीं की जा रही।
कर्मियों ने ज्ञापन में यह भी कहा कि केंद, सरकार के कर्मियों को सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों का लाभ मिल रहा है जबकि उनके वेतन में पिछले तीन साल से कोई बढ़ोत्तरी नहीं की गई। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि उन्हें आकस्मिक अवकाश, उपार्जित अवकाश, चिकित्सा अवकाश और महिला कर्मियों को वेतन सहित मातृत्व अवकाश की सुविधाएं नहीं दी जा रही और किसी दिन अनुपस्थित होने पर वेतन भी काट लिया जाता है।
Protest in Emmc after administration refuses to look into the issue related to employee welfare. No work has been undertaken in EMMC since Morning. The staff has now decided to meet MSIB COL RAJYAVARDHAN SINGH RATHORE and tell him about the terrible condition of employees and also hand a memorandum to him listing all the grievances.
मूल खबर :
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रभाग EMMC में मीडियाकर्मियों ने किया कार्य बहिष्कार
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