गडकरी का साहस और योगी जी का टूटता तिलिस्म.. भाजपा में खलबली! केंद्र के सबसे सफल मंत्री नितिन गडकरी जी ने मोदी-शाह की जोड़ी के ख़िलाफ़ अपनी आवाज उठाकर Pandora’s box खोल दिया है। अब तक संघ की भी हिम्मत नहीं हो रही थी कि वह अमित शाह और नरेंद्र मोदी के विरुद्ध कुछ बोल सके।
अमित शाह के डर का प्रभाव इतना था कि उनके खास शिष्य सुनील बंसल जैसे भृष्ट व्यक्ति से CM योगी आदित्यनाथ भी भीगी बिल्ली बने थे। तीन राज्यों के चुनाव की करारी हार के बाद भाजपा का गिरता ग्राफ संघ के लिए चिंता का सबब तो बन ही गया है, मोदी-शाह जोड़ी के हाथ से चीजें तेजी से खिसकने लगी हैं। भाजपा में विद्रोह के स्वर उठने लगे हैं।
इस दौरान यदि किसी भाजपा नेता का भी करिश्मा तेजी से गिरा है, वह है CM योगी आदित्यनाथ का। राम मंदिर पर झूठ बोलते-२ व हालिया चुनावो में प्रभावहीन होने के कारण उनकी भगवा/हिंदुत्व की छवि को धक्का लगा है, साथ ही उनके अधीन कई मंत्रियों यहाँ तक उप मुख्यमंत्रियों के भृष्टाचार के दाग भी योगी जी की ईमानदार छवि पर चिपकने लगे हैं। लोग अब उन्हें योगी भी मानने को तैयार नहीं है। तिलिस्म गायब हो रहा है, जबकि योगी जी PM पद के लिए विकल्प हो सकते थे।
वैसे तो देर हो चुकी है, लेकिन अभी भी यदि लोकसभा चुनाव से पूर्व अमित शाह और राज्यों में सुनील बंसल जैसे उनके लुटेरे गुर्गों को नहीं हटाया गया, तो लाखों भाजपा कार्यकर्ताओं व हिंदुत्व में विश्वास रखने वाला जनमानस ही स्वमं भाजपा को सदैव के लिए समाधिस्थ कर देगा।
पूर्व आईएएस और बीजेपी नेता सूर्य प्रताप सिंह की एफबी वॉल से.