यशवंत सिंह-
उपेंद्र सिंह को fortis हॉस्पिटल में बंधक बनाए जाने की सूचना मिलते ही सहारा मीडिया के एडिटर इन चीफ़ Upendrra Rai जी ने प्रकरण का संज्ञान लिया और सहारा के न्यूज़ चैनलों पर इसका प्रसारण करवाया। उनका आभार!
जिन्हें पूरा प्रकरण पता न हो उनके लिए लिंक नीचे दे रहा हूँ। इस मुद्दे पर ट्वीट करें, लिखें, उपेंद्र सिंह की यथोचित आर्थिक मदद भी करें।
उपेंद्र सिंह को निजी तौर पर मैं जानता हूँ। आर्थिक तंगी के कारण डिप्रेशन में कोलैप्स होने की स्थिति तक पहुँचना बताता है कि जीवन यापन के किए स्थितियाँ कितनी विकट हो चुकी हैं। Dharam Veer की वाल पर पढ़ रहा था कि टूरिज़्म फ़ील्ड से जुड़े उनके एक मित्र ने सुसाइड कर लिया।
जो हालात हैं उसमें खुद को तो बचाना ही है, अपने आसपास के लोगों पर भी नज़र रखने की ज़रूरत है कि कहीं कोई ग़लत रास्ता न अख़्तियार कर ले।
आज़मगढ़ के पत्रकार डॉ Arvind Singh जी ने उपेंद्र सिंह प्रकरण पर न सिर्फ़ लगातार लिखा बल्कि निजी तौर पर आर्थिक मदद भी दी। हर किसी के जीवन में एक अरविंद रहे तो मुश्किलों का हल निकलने में वक्त नहीं लगता है। ❤️
भड़ास एडिटर यशवंत की एफबी वॉल से.
मूल खबर–
https://www.bhadas4media.com/fortis-hospital-ne-bandhak-banaya/
ट्वीट-
https://twitter.com/yashbhadas/status/1506511381256097795?s=21