खबर बचने के लिए मीडिया वाले कुछ भी कर सकते हैं. कुछ गंदी मानसिकता के पत्रकारों की हरकतों के कारण पूरी मीडिया इंडस्ट्री के लोग बदनाम हो जाते हैं. जैसे इस सन्मार्ग नामधारी पोर्टल को ही ले लीजिए.
इस पोर्टल पर जिस किस्म का द्वअर्थी शीर्षक लगाया गया है, वह बेहद शर्मनाक है. ज्यादा से ज्यादा व्यूज पाने के चक्कर में पत्रकार इस हद तक गिर जाएंगे, ऐसा किसी ने सोचा न था. यूं ही हेडिंग लगाते रहे तो डिजिटल मीडिया का पतन नहीं रोका जा सकता.

मीडिया के लोगों को इस सन्मार्ग पोर्टल के उस पत्रकार का पता लगाना चाहिए जिसने इस शीर्षक को इजाद किया. उसके बाद उस संपादक का पता लगाया जाना चाहिए जिसने इस शीर्षक को पास कर छप जाने दिया.
इन दोनों को पकड़कर चौराहे पर खड़ा कर इनके हाथ में एक पोस्टर दे देना चाहिए जिस पर लिखा हो कि हम बहुत ही गंदी व घटिया मानसिकता वाले पत्रकार हैं….
उपरोक्त शीर्षक कई दिनों से प्रकाशित है. कुछ लोगों ने इसका स्क्रीनशाट भड़ास के पास भेजा तो भड़ास की तरफ से भी आज इस वेबसाइट पर जाकर संबंधित खबर को खोला गया तो शीर्षक जस का तस कायम दिखा…
