रंगनाथ सिंह-
मित्र अनुराग शर्मा ने चीन के ग्लोबल टाइम्स के इस सम्पादकीय की तरफ ध्यान दिलाया। चीनी मीडिया द्वारा नए संसद भवन के हवाले से नरेंद्र मोदी सरकार की ऐसी खुली तारीफ रोचक है।

शासकों के राजकाज का मूल्यांकन सदियों तक चलता है लेकिन स्थापत्य की महत्ता स्वतःप्रमाणित है। नरेंद्र मोदी सरकार ने नया संसद भवन बनाकर एक ऐतिहासिक कार्य किया है। सांस्कृतिक प्रभुत्व स्थापित करने के लिए स्थापत्य का सदियों से राजनीतिक इस्तेमाल होता रहा है।
संसद तो लोकतंत्र का मन्दिर है, यहाँ हत्या के खेल के लिए बना कोलोसियम हजार साल बाद प्रसिद्ध टूरिस्ट स्पॉट है। जरा सोचें कि आज शाहजहाँ की ज्यादा चर्चा उनके राजकाज की वजह से होती है या ताजमहल की वजह से? किसी को अच्छा लगे या बुरा, नरेंद्र मोदी सरकार ने पत्थर पर अपनी छाप छोड़ दी है।