आदरणीय यशवंत जी
पिछले काफी वर्षों से आप मीडिया जगत में आयी गिरावट और मीडिया के नाम पर ब्लैकमेलिंग जैसे घृणित कार्यों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और उसकी कीमत भी चुका चुके हैं। लिहाजा आपसे बेहतर कोई इस बात को नहीं समझ सकता कि सत्य का साथ देने के बाद भी अगर आपका चरित्र हनन किया जाए तो कितनी पीड़ा होती है।
भड़ास4मीडिया जैसे निष्पक्ष प्लेटफार्म को आधे अधूरे तथ्यों के आधार पर गुमराह करते हुए किसी की व्यक्तिगत छवि खराब करने के साथ साथ उसके संस्थान और बॉस लोगो पर भी निशाना साधा जाए तो कितनी पीड़ा होती है।
दिनांक 27 मई को “क्या ये पत्रकार पुलिस के काम मे रोड़ा अटका रहा” शीर्षक से प्रकाशित खबर में सिर्फ पूर्व नियोजित षडयंत्र के तहत एक भ्रष्ट महिला दरोगा और उसकी दलाली करने वाले कुछ लुटिया चोर पत्रकारों ने माननीय उच्च न्यायालय से मिले अरेस्ट स्टे के बावजूद मुझे सार्वजनिक तौर पर नीचा दिखाने के लिए ये कृत्य किया गया और पूर्व नियोजित षडयंत्र के तहत इस घटना की वीडियो बनायी गयी और उसे सोशल मीडिया और लोकल व्हाट्सऐप ग्रुप्स पर पोस्ट किया गया।
दरोगा अनीता तिवारी नगर कोतवाली में दर्ज गैंगरेप के मामले क्राइम नम्बर 129/2018 की विवेचक थी लेकिन पीड़िता को न्याय दिलाने के बदले आरोपियो को बचाने के लिए अपने पद का दुरुपयोग कर रही थी। मेरे द्वारा बीती 21 मई और 22 मई को इस बाबत खबर चलवाई गयी थी। उसी खुन्नस को लेकर इसने ये हरकत की थी। वीडियो में आप सुन भी सकते हैं कि बार बार मेरा नाम लेकर ये जताया जा रहा कि मैं अपराधी को संरक्षण दे रहा हूँ।
रही बात उस युवक की जिसे महिला दरोगा ने सार्वजनिक तौर पर बेइज़्ज़त करते हुए गिरफ्तार किया तो उसके लिए आपको कुछ वीडियो लिंक और दस्तावेज आपको भेज रहा हूँ जिन्हें देखने के बाद आपको इस बात का पता चल जाएगा कि वो कितना बड़ा ‘गुनाहगार’ और दुर्दान्त ‘आतंकी’ है। मीडिया का काम सच को उजागर करना है, झूठ के पक्ष में जो खड़ा हो, मेरी नज़र में वो पत्रकार नहीं है। पत्रकारिता के लिए आपके योगदान और संघर्ष का मैं हमेशा ही कायल रहा हूँ इसलिए ये निवेदन कर रहा हूँ कि भविष्य में किसी के चरित्र हनन की साजिश में भड़ास4मीडिया जैसे विश्वसनीय प्लेटफॉर्म को मोहरा न बनने दें।
यूट्यूब लिंक ये है, इसे आप देख सकते हैं
जिस अस्पताल के पर्चे को आधार बना कर पुलिस पति और उसके परिवार को 313 जैसी संगीन धारा का मुल्ज़िम बनाने पर आमादा है, उस अस्पताल के डॉक्टर का बयान इसी लिंक में आप सुन सकते हैं… आप दरोगा अनीता तिवारी की खबर देख सकते है जिसमे वो गैंगरेप के आरोपियो को बचाने और गिरफ्तारी से बचने के लिए घर से अलग हटने की राय दे रही है…
आपका अनुज
कामरान अल्वी
9415059328
[email protected]
मूल खबर….
Magi
May 30, 2018 at 8:36 am
जिले पत्रकारिता में इतनी गिरावट आ गई है जिसमे ईमानदारी रह नही गई है कुछ पत्रकार पत्रकारिता को व्यापारिक द्रष्टिकोण में बदल चुके है और घर के दीये इसी दलाली से शुरू कर दिए है । बाराबंकी जनपद में कामरान अल्वी अपनी बेबाक ख़बरों और गरीबो के न्याय के लिए आज भी इन चाटूकारों की आंखों में गढ़ता है ,खबर के मामले में और निष्पक्षता में कामरान से अव्वल जनपद में कोई नही।
अणदाराम बिश्नोई
May 30, 2018 at 9:39 am
इमानदार पत्रकारो के साथ यही होता हैं। मुझे खुशी हुई की अब भी कामरान भाई जैसे ईमानदार पत्रकार अभी भी अस्तित्व में हैं।
अल्वी की हिम्मत को सलाम !