यूपी के मेरठ जिले से सूचना है कि मवाना कस्बे के पत्रकार राजेंद्र सैनी को गिरफ्तार कर लिया गया है. बताया जाता है कि राजेंद्र सैनी दैनिक सच कहूं अखबार के संवाददाता हैं. उन्होंने अपने अखबार में रेप पीड़िता द्वारा सुसाइड किए जाने की खबर भेजी थी और यह खबर छपी भी.
इसी से नाराज होकर पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस का कहना है कि राजेंद्र सैनी ने झूठी, भड़काऊ और बदनाम करने वाली खबर छापी.
उधर, पुलिस ने बताया है कि तफ्तीश के दौरान रेप पीड़िता की मेडिकल जांच करवाई गई, जिसमें बलात्कार की पुष्टि ही नहीं हुई. इसके बाद जब पीड़िता का मोबाइल रिकॉर्ड खंगाला गया, तो उसमें दो कॉल रिकॉर्डिंग मिली.
62 साल के बुजुर्ग पर बेटी से बलात्कार करने का आरोप लगवाया गया. इसके बाद इस झूठे मामले में पुलिसिया कार्रवाई न होने से नाराज परिजनों ने छात्रा पर आत्महत्या करने का दबाव बनाया. परेशान छात्रा फांसी के फंदे पर झूल गई. इसके बाद छात्रा की मौत का दोषी पुलिस और सरकार को बताया गया. सरकार को बदनाम करने की साजिश भी रची गई.
मेरठ पुलिस ने परिजनों को आत्महत्या के लिए उकसाने का दोषी मानाा है. पत्रकार राजेंद्र सैनी और एक झोलाछाप डॉक्टर को भी साजिश का आरोपी मानकर गिरफ्तार कर लिया है. गांव जाकर परिजनों को भड़काने, गांव का माहौल खराब करने और सरकार व पुलिस को बदनाम करने के मामले में सपा नेता अतुल प्रधान पर भी पुलिस ने तस्करा डाल दिया है.