Connect with us

Hi, what are you looking for?

सुख-दुख

पत्रकार संजय तिवारी महाठग निकला, स्टिंग के जरिए करोड़ों बटोरे

दिल्ली पुलिस ने पत्रकार संजय तिवारी को गिरफ्तार किया है. इस महाठग ने स्टिंग के जरिए अरबों की कमाई की है. चालीस साल का संजय तिवारी पत्रकारिता की आड़ में स्टिंग के जरिए वीडियो तैयार करता था और फिर पैसे उगाहता था. इस ठग ने केंद्रीय मंत्री, नेता और सरकारी अफसरों तक से भारी वसूली की. संजय तिवारी के साथ उसके गैंग का गौरव शर्मा भी पकड़ा गया है. संजय तिवारी यूपी के फैजाबाद जिले का रहने वाला है.

<script async src="//pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js"></script> <script> (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({ google_ad_client: "ca-pub-7095147807319647", enable_page_level_ads: true }); </script><p>दिल्ली पुलिस ने पत्रकार संजय तिवारी को गिरफ्तार किया है. इस महाठग ने स्टिंग के जरिए अरबों की कमाई की है. चालीस साल का संजय तिवारी पत्रकारिता की आड़ में स्टिंग के जरिए वीडियो तैयार करता था और फिर पैसे उगाहता था. इस ठग ने केंद्रीय मंत्री, नेता और सरकारी अफसरों तक से भारी वसूली की. संजय तिवारी के साथ उसके गैंग का गौरव शर्मा भी पकड़ा गया है. संजय तिवारी यूपी के फैजाबाद जिले का रहने वाला है.</p>

दिल्ली पुलिस ने पत्रकार संजय तिवारी को गिरफ्तार किया है. इस महाठग ने स्टिंग के जरिए अरबों की कमाई की है. चालीस साल का संजय तिवारी पत्रकारिता की आड़ में स्टिंग के जरिए वीडियो तैयार करता था और फिर पैसे उगाहता था. इस ठग ने केंद्रीय मंत्री, नेता और सरकारी अफसरों तक से भारी वसूली की. संजय तिवारी के साथ उसके गैंग का गौरव शर्मा भी पकड़ा गया है. संजय तिवारी यूपी के फैजाबाद जिले का रहने वाला है.

Advertisement. Scroll to continue reading.

तिवारी जब दिल्‍ली आया था तो उसकी जेब में बस सत्तर रुपये थे. उसने पत्रकारिता की आड़ में ठगी करके दसियों करोड़ से ज्‍यादा इकट्ठा किया. दिल्ली में दो फ्लैट भी खरीद लिए. संजय ने ऑल इंडिया रेडियो के युववाणी कार्यक्रम में कविता पढ़ कर मीडिया में अपने करियर की शुरुआत की. बाद में वह न्‍यूज स्ट्रिंगर बन गया. एक नए लॉन्‍च हुए न्‍यूज चैनल में उसने नौकरी पा ली. फिर एक राष्‍ट्रीय हिन्‍दी दैनिक में साप्‍ताहिक कॉलम लिखने लगा.

बाद में उसने अपने दो पब्लिकेशन लांच कर दिए. संजय तिवारी ने स्टिंग का धंधा तब शुरू किया जब उसने तहलका के एडिटर तरुण तेजपाल से मुलाकात की. वह यह देख दंग था कि स्टिंग ऑपरेशन से तरुण तेजपाल इतने महान हो गए और उन्‍हें जेड प्‍लस की सुरक्षा भी मिली. इसके बाद तिवारी ने स्टिंग करने को ही धंधा बना लिया और उगाही करने लगा.

Advertisement. Scroll to continue reading.
1 Comment

1 Comment

  1. Ashutosh

    June 4, 2018 at 5:26 pm

    It’s Tottly fake news. Defamation petition pending against said news agency in the court of kakaddooma New Delhi India at court room no 29. Kindly remove this post immidiatly from google Serch Nd remove from ur website .Contact no +919953980666

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement