देवरिया । जिस नेता के नाम पर समाजवादी पार्टी के लोग कसमें खाते है तथा पार्टी का उन्हें सच्चा समाजवादी नेता बताते हुए नहीं थकते हैं आज उन्ही नेता की सम्पति के बंटवारे को लेकर उनके दो पुत्रियों के बीच जंग छिड़ गई है। समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद स्व0 मोहन सिंह की पुत्रियों के बीच उनकी चल अचल सम्पति के बंटवारे का मामला अब गाजियाबाद और देवरिया जिले के कोर्ट में पहुंच चुका है। यही नहीं, स्व0 मोहन सिंह की द्वितीय पुत्री श्रीमती रीता सिंह तथा उनके एकमात्र पुत्र प्रतीक सिंह ने पुलिस अधीक्षक देवरिया को प्रार्थना पत्र देकर समाजवादी पार्टी के कुछ स्थानीय नेताओं पर धमकी देने का आरोप लगाते हुए अपने जान माल की रक्षा की गुहार लगाई है।
इस दौरान पूर्व सांसद की पत्नी उर्मिला सिंह ने भी छोटी बेटी का साथ देते हुए बड़ी पुत्री कनक लता सिंह जो वर्तमान समय में राज्य सभा सदस्य हैं, के ऊपर बेईमानी किए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने इस मामले में शीघ्र ही पार्टी मुखिया मुलायम सिंह व प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से सम्पर्क कर वस्तु स्थिति से अवगत कराने का निर्णय लिया है। रविवार को देवरिया जिला मुख्यालय पर भुजौली कालोनी स्थित भूखण्ड (जो कभी स्व0 मोहन सिंह का पार्टी कार्यालय हुआ करता था) पर आयोजित एक प्रेस वार्ता में समाजवादी पार्टी के पूर्व सचेतक मोहन सिंह की पत्नी उर्मिला सिंह एवं उनकी द्वितीय पुत्री रीता सिंह ने अत्यन्त रूंधे गले से बताया कि स्व0 मोहन सिंह की मौत के बाद से कनक लता सिंह पर बेईमानी करने का बुखार चढ़ गया है और उन्होने राज्य सभा सदस्य बनने के बावजूद भी छोटी छोटी सम्पतियों और स्वार्थों के लिए लड़ाई करना शुरू कर दिया।
हालात अब इस कदर खराब हो गए हैं कि मामले को पुलिस एवं न्यायालय की दहलीज तक पहुंचाना पड़ रहा है। श्रीमती रीता सिंह ने आरोप लगाया है जिले के कुछ समाजवादी पार्टी के नेता राज्य सभा सदस्य कनक लता सिंह के प्रभाव में आकर जान माल की घुड़की धमकी भी दे रहे है। प्रेस वार्ता के दौरान श्रीमती रीता सिंह के एक मात्र पुत्र प्रतीक सिंह ने बताया कि उन्होने पुलिस अधीक्षक देवरिया को दो दिन पूर्व प्रथम सूचना रिर्पोट दर्ज किए जाने हेतु प्रार्थना पत्र दिया था। लेकिन पुलिस एफ आई आर लिखने की बजाय जांच करने के नाम पर टाल मटोल कर रही है।
देवरिया से ओपी श्रीवास्तव की रिपोर्ट.