हैदर नकवी-
ये हैं कानपुर एक नामचीन न्यूरो सर्जन और उनका एक कारनामा जो पिछले हफ़्ते ही खुला। एक व्यक्ति है जो एक प्रतिष्ठित अख़बार के साथ जुड़े हैं .. नान रिपोर्टिंग विभाग में हैं। उनका एक ऑपरेशन इन डॉक्टर साहब ने चार साल पहले किया था।
उसके बाद अख़बार से जुड़े साहब लगातार उनके पास जाते रहे थे। उनको एक दवा पिछले चार साल ये डॉक्टर साहब खिलाते रहे।
अख़बार वाले साहब पिछले हफ़्ते Hallet हॉस्पिटल चले गए और मिले जा कर वहाँ एक डॉक्टर से। उन्होंने विस्तार से बताया उनका इलाज क्यूँ हुआ और वो कौन सी दवा लगातार के रहे हैं।
उनके मेडिकल हिस्ट्री देखी गयी जो ऑपरेशन से पहले की थी और ऑपरेशन के बाद की थी।
सामने आया उनको कभी कोई समस्या ही नहीं थी। न्यूरो सर्जन साहब ने फ़र्ज़ी ऑपरेशन कर दिया था। यानी उनका सर खोला और वापस सिल दिया। जिसके उन्होंने पूरे एक लाख रुपए लिए। और तो और पिछले चार साल से अपनी पूरी फ़ीस लेकर वो उनको मल्टी विटामिन खिला रहे हैं।
रॉबी शर्मा-
ऐसे हजारों हैं भाई दस दस दवा लिखते हैं जिसमे कुछ तो अलग अलग नाम की same vitamin या calcium की गोली होती हैं।
मेरी माता जी का करीब बीस साल हार्ट का इलाज दवाओं से हुआ। बाद में पता चला उन्हें कोई हार्ट की तकलीफ थी ही नहीं।
पटियाला में राजिन्द्रा अस्पताल के डाक्टर हंस ने तो आंखे खोल दीं। उन्होंने बताया कि हड्डियों के चोट के अलावा कोई भी तकलीफ हो तो कभी एक्सपर्ट के पास ना जाएं। हमेशा मेडिसिन के डाक्टर के पास जाएं। वो शरीर के सभी सिस्टम का जानकार होता है।
अगर आपके मामले मे किसी विशेष प्रोसीजर या सर्जिकल intervention की जरूरत होगी तो वो आपको खुद सम्बंधित ऐक्सपर्ट के पास रिफर करेगा।