उमेश चतुर्वेदी-
इकोनॉमिक टाइम्स की पत्रकार प्रेरणा कटियार से बहुत मुलाकातें नहीं हुईं..लेकिन उन्होंने इतनी कम भेटों में ही प्रभावित कर लिया…आखिरी बार उनसे फोन पर तकरीबन डेढ़ साल पहले बात हुई थी..तब All India Radio Newsआकाशवाणी समाचार के लिए एक प्रोग्राम बना रहा था, जिसमें विशेषज्ञ के रूप में उन्हें आमंत्रित किया था..तब उन्होंने घर में किसी की बीमारी बताकर उस दिन कार्यक्रम में शामिल होने से विनम्रतापूर्वक मना कर दिया था…इस आश्वासन के साथ कि भविष्य के किसी कार्यक्रम में वे जरूर शामिल होंगी..लेकिन क्या पता था कि वे खुद ही बीमार हैं…
करीब चार साल पहले मैं दिल्ली पत्रकार संघ का उपाध्यक्ष चुना गया था..उस दौरान प्रेरणा हमारी कार्यकारिणी की गंभीर सदस्य मानी जाती थीं..परंपरानुसार नई कार्यकारिणी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से सचिवालय में मिलने गई..केजरीवाल जी का व्यवहार अहंकारी लगा..आखिर में फोटो सेशन हुआ…
मुझे ऐसा लगा कि केजरीवाल खड़े भी नहीं होंगे..हमारे तब के अध्यक्ष मुख्यमंत्री के इर्द-गिर्द खड़े होकर फोटो खिंचाने के लिए मुझ पर भी जोर दे रहे थे..लेकिन सचिवालय के उस विशाल कमरे के एक कोने में मैं दूर जाकर खड़ा हो गया…मैंने देखा, प्रेरणा भी मेरे साथ थी..मुझे फोटो खिंचाकर दैन्य भाव में दिखना पसंद नहीं..फिर मुख्यमंत्री हो या कितनी भी बड़ी हस्ती…अगर वह इन्सान के सम्मान में खड़ा नहीं हो पाता तो उसके साथ जाकर फोटो खिंचाना और पुस्तक देना मुझे पसंद नहीं…
लेकिन प्रेरणा को उन दिनों के अध्यक्ष फोटो सेशन के लिए खींच ले गए…मैं तब भी नहीं जा रहा था तो सचिवालय में तैनात एक युवा इसरार के साथ मुझे खींच ले गया…मुझे उस युवा ने एक तरह से ब्लैकमेल किया, क्योंकि रामलाल आनंद कॉलेज में मैंने उसकी पत्रकारिता की कुछ कक्षायें लीं थीं.मैं कुछ उद्विग्न सा फोटो सेशन में शामिल हुआ..प्रेरणा की भी वैसी ही स्थिति रही..
बाद में चाय पीते वक्त प्रेरणा से हमारी लंबी बात हुई थी..उन्होंने मुझसे पूछा था कि आखिर केजरीवाल के साथ फोटो खिंचाने क्यों नहीं जा रहा था..मेरा जवाब था कि इसमें दैन्य भाव लग रहा था…प्रेरणा ने भी कहा था कि उन्हें भी ऐसा लग रहा है…उसी दिन हमारी लंबी बात हुई थी..
डीजेए की बैठकों में प्रेरणा आती थीं और ज्यादातर गंभीर रहती थीं..कभी फालतू की बात करते उन्हें न देखा न सुना..
प्रेरणा युवा थीं और बहुत उर्जावान रिपोर्टर थीं..अब उनके न रहने की खबर आई है..तो मन सन्न है…
वे जहां भी रहें, ईश्वर उन्हें ऊर्जावान बनाए रखें…भगवान उनके परिवार को यह अपार दुख सहने की शक्ति दे…
क्षेपक- उस फोटो को हमारे एक मित्र ने मुझे अपमानित करने के लिए फेसबुक पर खूब जोरशोर से साझा किया था…