सूचना है कि रूपेश कुमार गुप्ता को पत्रिका ग्वालियर से हटा दिया गया है. उन्हें कार्यमुक्त किए जाने का कोई लिखित आदेश नहीं दिया गया बल्कि मौखिक ही उन्हें आफिस न आने के लिए कह दिया गया. बताया जाता है कि पत्रिकार के ग्वालियर आफिस में हिटलरशाही चल रही है.
रूपेश कुमार गुप्ता पत्रिका ग्वालियर में रिकवरी विभाग में अगस्त 2013 से अपनी सेवायें दे रहे थे. पिछले एक साल से उनको यूनिट हेड ग्वालियर द्वारा मानसिक रूप से अनावश्यक परेशान किया रहा था. 4 मई 2018 से रूपेश को मौखिक तौर से आफिस आने से मना कर दिया गया. वो कई बार ऑफिस भी पहुंचे, तो उनको बेइज्जत कर, अभद्र तरीके से बोल कर ऑफिस से बिना कारण बताये भगा दिया गया.
राकेश की ग्रेच्युटी अवधि 4 महीने बाद पूरी होने वाली थी. ग्वालियर यूनिट में “एड” बिलिंग संबंधी अनियमितताएं हो रही हैं, जिसकी जानकारी रूपेश को हो गई थी. ग्वालियर मैनेजमेंट को ये डर सता रहा था कि कहीं ये जानकारी जयपुर मैनेंजमेंट को ना मालूम पड़ जाये. रूपेश की नियुक्ति ग्वालियर पत्रिका में जयपुर से हुई थी.