सहारा प्रमुख सुब्रत रॉय ने अपनी संपत्तियों का सौदा करने के लिए सुप्रीम कोर्ट से 15 दिनों का समय और मांगा है। रॉय ने कोर्ट को बताया कि उनके तीन होटलों को बेचने का सौदा हो चुका था लेकिन आखरी समय पर बातचीत टूट गई। रॉय के अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि जब एक अंतर्राष्ट्रीय समाचार पत्र ने खबर प्रकाशित की कि सहारा के होटल ब्रुनेई के सुल्तान खरीद रहे हैं तो लोगों ने होटलों के बाहर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया।
रॉय के अधिवक्ता एस गणेश ने कोर्ट को बताया कि होटलों के बाहर हिंसक धरना-प्रदर्शन के बाद अब खरीददार सौदे पर पुनर्विचार कर रहे हैं। संभावना है कि सौदा रद्द हो जाए। उन्होनें नए सिरे से सौदा करने के लिए कोर्ट से 10 दिनों की और मोहलत मांगी हालांकि रॉय की ओर से जो प्रार्थना पत्र दिया गया था उसमें सौदे के लिए, 1 अगस्त और 14 अगस्त के आदेश के विस्तार की प्रार्थना करते हुए 15 और दिनों का समय मांगा गया था। गणेश ने कहा या तो सुल्तान से हुआ सौदा पूरा हो जाएगा या फिर तीन-चार अन्य खरीददार जिन्होने होटल खरीदने में रुचि दिखायी थी उनसे बात की जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट ने 1 अगस्त को रॉय और सहारा समूह के दो निदेशकों को संपत्तियों के सौदे के लिए तिहाड़ जेल के कान्फ्रेंस रूम को 10 दिनों के लिए इस्तेमाल करने की इजाज़त दी थी। 14 अगस्त को इस सीमा को 15 दिनो के लिए और बढ़ा दिया गया था।
गौरतलब है कि ब्रुनेई में समलैंगिको और जारकर्मियों के विरुद्ध लागू किए गए सख़्त नए कानूनों के कारण यूरोप में सुल्तान की आलोचना हो रही है। लोगों ने उनके बेवर्ली हिल्स होटल तथा अन्य संपत्तियों का बहिष्कार किया है जिससे उन्हे काफी आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ा है।