मध्यप्रदेश के शहडोल में लगे पत्रकार विरोधी फ्लैक्स
शहडोल। मौत के सौदागरों के खिलाफ खबर छापने से नेता जी ऐसे परेशान हुए कि पहले तो नेता जी ने पत्रकारवार्ता आयोजित कर पत्रकारों के संपादक व उनके प्रधान संपादकों के खिलाफ एफआईआर की धमकी दे डाली। अब शनिवार को शहर में पोस्टर लगा के नेता जी ने जनसुनवाई केंद्र खोल डाला है।


नेता जी ने तो कांग्रेस से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ा था और नगर से 14 हजार वोट प्राप्त किया था। अब उन वोटरों की भी नेता जी को चिंता नहीं है। ऐसा हम इसलिए कह रहे है क्योंकि नेता जी को सिर्फ नगर के देवांता अस्पताल पर कार्यवाही से गुरेज है। वोटरों में लगभग 50 प्रतिशत लोग इस कार्रवाई से खुश हैं। ये लोग मीडिया और प्रशासन को धन्यवाद ज्ञापित कर चुके हैं। लेकिन सवाल यह है कि आखिर जिले के पत्रकार संघ व संगठन इस मामले में अपनी चुप्पी क्यों साधे हुए हैं?
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.
One comment on “पत्रकारों से चिढ़े नेताजी ने देखिए होर्डिंग में क्या कुछ लिखवा दिया!”
यह उस पत्रकार भाई के लिए अच्छा समय है जिसकी मेहनत पर एक अस्पताल पर कार्यवाही हुई जिसका संरक्षण यह जनाब कर रहे थे इनको पता होना चाहिए कि हर पत्रकार बिकाऊ और दलाल नही होता लेकिन हर एक नेता बिकता है सत्ता के शिखर पर पहुंचने के लिए?