हिंदुस्तान अखबार के गाजीपुर ब्यूरो चीफ विनोद मिश्रा नहीं रहे. वे मुख कैंसर से पीड़ित थे. उनका इलाज मुंबई से लेकर कानपुर के कैंसर अस्पतालों में चल रहा था. उन्हें कैंसर का पता बहुत बाद में लगा. जब तक उनका ठीक से इलाज हो पाता, कैंसर अपने चरम अवस्था पर पहुंच चुका था. मूलत: कानपुर के रहने वाले विनोद मिश्रा बेहद सरल, सहज और विनम्र व्यक्तित्व के धनी थे. वे कई बरसों से गाजीपुर में बतौर ब्यूरो चीफ कार्यरत थे.
विनोद का गाजीपुर जिले से बेहद करीबी रिश्ता हो चला था. वे गाजीपुर वासियों के सुख-दुख का हिस्सा बन चुके थे. उनके परिवार में एक पुत्र और दो बेटियां हैं. सबसे बड़ी बेटी आठवीं की छात्रा है. विनोद मिश्र के अचानक चले जाने से उनके परिवार पर ग़म का पहाड़ टूट पड़ा है. विनोद मिश्र के परिचित और गाजीपुर के लोग अब भी यकीन नहीं कर पा रहे हैं कि विनोद मिश्र का निधन हो गया. बीती रात कानपुर के जे.के कैंसर हास्पिटल में निधन होने के बाद विनोद मिश्र का अंतिम संस्कार आज कानपुर में ही किया जाएगा.
विनोद मिश्रा लगातार पान गुटखा तंबाकू का सेवन करते थे. इसके चलते पहले उन्हें मुंह के भीतर घाव हुआ. बाद में यह घाव बढ़ते बढ़ते चेहरे पर फोड़े के रूप में प्रकट हो गया. इस फोड़े का कानपुर में आपरेशन कराया तो यह बजाय खत्म होने के, विकराल रूप में पूरे चेहरे पर फैलने लगा. उन्हें मुंबई के टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल ले जाया गया लेकिन कैंसर आखिरी चरण में होने के कारण उन्हें बचाया नहीं जा सका. विनोद मिश्रा के गुटका तंबाकू के कारण इस कदर कैंसर का शिकार होकर असमय गुजर जाने से वे लोग काफी सकते में हैं जो पान तंबाकू गुटका मसाला आदि का सेवन करते हैं.
विनोद मिश्रा के फेसबुक वॉल पर गाजीपुर के Manish Rai लिखते हैं : Rest in peace Vinod Mishra ji… He is no more due to bad eating habit of GUTKHA and PAAN MASALA….He died due to ORAL CANCER …. PLEASE its request please quit TOBACCO and SUPARI products….