‘दबंग दुनिया’ अखबार का मालिक किशोर वाधवानी नशे का बड़ा करोबारी है. उसका अखबार मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र से निकलता है. इन तीनों प्रदेशों में नक्सली सक्रिय हैं. किशोर वाधवानी के दो गुर्गे कल रायपुर में नक्सलियों के 90 लाख रुपए बैंक में बदलवाते रंगे हाथों पकड़े गए। रायपुर की बैंक आफ इंडिया की देवेंद्र नगर शाखा में किशोर वाधवानी के ‘दबंग दुनिया’ अखबार में काम करने वाले 500 और 1000 के नोट जमा कराने पहुंचे थे.
90 लाख मूल्य के पुराने नोट देखकर बैंक को शक हुआ तो उसने एसआईबी को सूचना दी. पूछताछ में इनने कबूल किया कि यह पैसा नक्सलियों का है जिसे वे दबंग दुनिया के मालिक किशोर वाधवानी के कहने पर जमा करने आए हैं. इस पूरे मामले में किशोर वाधवानी का एक और साथी कपिल भटनागर भी शामिल है. पुलिस मामले की जांच कर रही है और रुपयों को आयकर विभाग को दे दिया गया है.
नक्सली अपनी फंडिंग के लिए बड़े व्यापारियों पर डिपेंड करते हैं. इन्हीं पैसों से नक्सली पुलिस से मुकाबला करने के लिए आधुनिक हथियार खरीदते हैं. एसआईबी की रिपोर्ट में बताया गया है कि ये 90 लाख रुपए किशोर वाधवानी ने ही नक्सलियों तक पहुंचाए थे. इस बीच नोट बंदी हो गई. इसके चलते नक्सलियों ने किशोर वाधवानी से नोट बदलने के लिए कहा. किशोर वाधवानी और उनके अखबार के कर्मचारी कपिल भटनागर नक्सलियों के मुख्य सूत्रधार हैं.
एसआईबी रायपुर इस पूरे गठजोड़ के खुलासे में जुट गई है. इस संबंध में जल्द ही पुलिस किशोर वाधवानी से पूछताछ करेगी. एसआईबी की एक टीम किशोर वाधवानी के ठिकानों के लिए निकल चुकी है. नक्सलियों के 90 लाख बदलवाने के मामले में किशोर वाधवानी की जांच अब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट भी करेगा. आयकर विभाग की नजर पहले से भी वाधवानी के कारोबार पर थी, अब उसके खिलाफ अन्य मामलों की जांच में भी तेजी आएगी.
किशोर वाधवानी हवाला कारोबारी है. उसका कारोबार देश के कई राज्यों के साथ ही विदेशों तक फैला हुआ है. इस मामले में कई बार सीबीआई भी पूछताछ भी कर चुकी है. नक्सलियों तक यह 90 लाख की रकम भी हवाला के जरिए वाधवानी ने भेजे थे. इस संबंध में प्रवर्तन निदेशालय को भी जानकारी दी जा रही है. किशोर वाधवानी हवाला, नशे का कारोबार और नक्सलियों की मदद के मामले में कई जांचों में पहले से ही फंसा हुआ है.