बागेश्वर। अमर उजाला बागेश्वर कार्यालय के पूर्व ब्यूरो चीफ व वरिष्ठ संवाददाता गणेश उपाध्याय को 31 मार्च को कार्यालय में विदाई दी गई। उन्हें सेवानिवृत्ति से पूर्व ही विदाई दी गई है। कार्यालय में आयोजित एक सादे कार्यक्रम में उन्हें प्रतीक चिह्न प्रदान कर उनके दीर्घ जीवन व उज्जवल भविष्य की कामना की गई।
गणेश ने अमर उजाला में लगभग 25 साल तक सेवा दी। पत्रकारिता जगत में ईमानदार व जनपक्षीय पत्रकारिता के लिए उनकी पहचान रही है। गणेश ने सहयोग के लिए स्टाफ सहित अमर उजाला के वरिष्ठ सहयोगियों का आभार जताया। इस मौके पर अमर उजाला के ब्यूरो चीफ अंकुर शर्मा, सुरेश पांडे, जुगल कांडपाल, बसंत चंदोला, फुरकान अहमद, बसंत जोशी आदि थे।
मुकदमा दर्ज होने से थे चर्चा में
अमर उजाला के वरिष्ठ पत्रकार गणेश उपाध्याय गत माह कपकोट थाने में विदेशी फंड के गबन मामले में मुकदमा दर्ज होने के बाद काफी चर्चा में थे। कपकोट में ग्रामीण उत्थान समिति के खिलाफ विदेशी फंड के गबन के मामले में दैनिक जागरण के पूर्व पत्रकार उमेश जोशी, अमर उजाला के पत्रकार गणेश उपाध्याय सहित आठ अन्य लोगों के खिलाफ गबन व आपराधिक षडयंत्र का मुकदमा दर्ज हुआ था। जिसकी जांच कपकोट पुलिस कर रही है। गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपियों ने हाईकोर्ट से गिरफ्तारी पर स्टे लिया है।
कुछ लोग समय से पहले विदाई को इस मुकदमे से भी जोड़कर देेख रहे हैं। माना जा रहा है कि अमर उजाला ने भी चार्जशीट दर्ज होने व संभावित गिरफ्तारी को देेखते हुए गणेश से पल्ला झाड़ना उचित समझा। हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी। इधर पत्रकारों सहित विभिन्न संगठनों ने इस मामले में कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि यदि अमर उजाला ने उन्हें जबरन बाहर का रास्ता दिखाया है तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।