देवरिया : उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में मुख्य विकास अधिकारी के अधीन स्वच्छ भारत मिशन के तहत नियुक्त महिला कर्मचारी ने डीपीआरओ, एडीपीआरओ समेत पांच लोगों पर बलात्कार करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है और मामले की छानबीन में जुट गई है।
महिला कर्मचारी का आरोप है कि सदर ब्लाक में उसने संविदा कर्मचारी के रुप में चार जून तक कार्य किया। इसके बाद उसे विकास भवन में नियुक्त कर लिया गया। करीब डेढ़ माह तक यहां कार्य करने के दौरान उसे नियमित करने का प्रलोभर देकर अलग-अलग जगहों पर बुलाकर उत्पीड़न करते थे। विरोध करने पर झूठे मामले में फंसाने, नौकरी से निकालने और जान से मारने की धमकी देते थे।
महिला का आरोप है कि बीते 16 अगस्त को फोन कर उसे पोस्टमार्टम चौराहा स्थित सरकारी आवास में बुलाया गया। वहां डीपीआरओ, एडीपीआरओ सहित अन्य आरोपियों ने बारी-बारी से उसके साथ गलत कार्य किया और इसका वीडियो भी बना लिया। बाद में गांव के पास ले जाकर छोड़ दिया।
उधर, डीपीआरओ ओमप्रकाश पांडेय का कहना था कि महिला संविदा कर्मचारी की ब्लाक स्तर से कार्यों में लापरवाही की शिकायत की गई थी, जिस पर उसे ब्लाक से हटा दिया गया। बाद में विकास भवन में रख लिया गया। लापरवाही सामने आने पर उसके खिलाफ कार्रवाई की गई तो अब झूठे आरोप लगा रही है। इस सम्बन्ध में पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर निष्ठा उपाध्याय ने बताया कि महिला की तहरीर पर मुकदमा। दर्ज कर जांच की जा रही है।