एससपी नोएडा वैभव कृष्ण को पत्रकारों से उलझने में, पत्रकारों के काम में टांग अड़ाने में बड़ा मजा आता है. चार पांच निर्दोष पत्रकार पहले से ही नोएडा जेल की हवा खा रहे हैं, कई महीनों से. उनका बस अपराध ये था कि वे लगातार अपने पोर्टल्स पर नोएडा पुलिस के कारनामों के बारे में लिख रहे थे. जाहिर है उनकी लिखी हर बात सौ फीसदी नहीं हो सकती पर इसका मतलब तो ये नहीं कि उन्हें आतंकवादियों की तरह उठाकर जेल भेज दिया जाए.
नई खबर ये है कि एसएसपी नोएडा वैभव कृष्ण ने एक ट्वीट पर विनोद कापड़ी को जिम्मेदारी सिखाने लगे. लगे हाथ उन्होंने सुधीर चौधरी की सराहना कर दी क्योंकि सुधीर चौधरी ने शायद एसएसपी के टोकने पर कोई ट्वीट डिलीट कर दिया था.
विनोद कापड़ी ने एसएसपी नोएडा को बहुत साफगोई से पूरे फैक्ट रखकर समझाने की कोशिश कि वे कतई किसी को भड़का नहीं रहे बल्कि सरकार से अपील कर रहे हैं कि वह हर ओर फैले भ्रमों का निस्तारण करे.
इस ट्वीट पर एक पत्रकार का कहना है कि जिनका काम कानून व्यवस्था की देखरेख करना है, वह पत्रकारिता का पाठ पढ़ा रहे हैं. जिनका काम पत्रकारिता करना है कि वे लोग सत्ताधारी पार्टियों के तलवे चाट रहे हैं. ऐसे में विनोद कापड़ी जैसे लोग खरा खरा कुछ लिख देते हैं तो सत्ता-वालों को चुभेगी ही.
देखें ट्वीट-
इस बीच एसएसपी नोएडा ने अधिनियम को लेकर जारी भ्रम और उसकी वास्तविकता का प्रदर्शन करने वाले एक पर्चे को ट्विटर पर शेयर किया है और सभी से शांति की अपील की है. देखें-
इसे भी देख सकते हैं-