Samarendra Singh : इस्तीफा तो देना ही चाहिए. नैतिकता का तकाजा तो यही कहता है. लेकिन सुषमा के बचाव में जिस तरह समूचा संघ परिवार मैदान में उतरा है उससे लगता नहीं की हाल-फिलहाल कोई इस्तीफा होगा. तो फिर क्या होगा? हंगामा होगा और इस हंगामे की अगुवाई कांग्रेस करेगी. हंगामा तो लोहिया और जयप्रकाश नारायण जी के चेलों को भी करना चाहिए, लेकिन अपराध और भ्रष्टाचार में गर्दन तक डूबे समाजवादियों की ऐसी हैसियत और नीयत – दोनों नहीं है कि वह कोई नैतिक मांग कर सकें. और क्या होगा?
टाइम्स नाउ के संपादक अर्णब गोस्वामी और राजनीतिक संपादक नविका कुमार को एजेंट घोषित किया जाएगा. यह शुरू हो गया है. नीरा राडिया के टेप फिर सर्कुलेट होने लगे हैं. कोई शीर्ष मंत्री देश के भगौड़े आरोपी ललित मोदी से बात करे… उसे पेरिस हिल्टन और नाओमी कैम्पबेल के साथ फोटो खिंचवाने की छूट दिलाये तो वह मानवीय है और कोई पत्रकार खबर के लिए किसी से गिड़गिड़ाए तो वह भ्रष्ट है. मतलब कांग्रेस की मांग अनसुनी की जाएगी और पत्रकारों पर हमले किए जाएंगे. पत्रकारों पर हमले कौन करेंगे? वो करेंगे. हम करेंगे और आप करेंगे. आपने हमला शुरू नहीं किया क्या? कर दीजिए. मजबूत राष्ट्र, विकसित राष्ट्र, मानवीय राष्ट्र का निर्माण कैसे होगा? ऐसे ही तो होगा… जब अन्याय और हिंसा की खबरें छपेंगी नहीं तो न्याय और अहिंसा का राज कायम होगा. भ्रष्टाचार की खबरें नजर आएंगी ही नहीं तो विकास ही विकास होगा. धर्मराज होगा. रामराज्य होगा.
एनडीटीवी में कार्यरत रहे तेजतर्रार पत्रकार समरेंद्र सिंह के फेसबुक वॉल से.