मनीष दुबे-
चमत्कार : दिवंगत अरुण जेटली जिंदा हो गए
हमारे प्रधानमंत्री यूं तो समय समय पर चमत्कार करते रहते हैं. चमत्कारी पुरूष जो ठहरे. एक चमत्कार उन्होंने बीती 5 अप्रैल को कर दिया. दरअसल 5 अप्रैल को बाबू जगजीवन राम की पुण्यतिथि थी. प्रधानमंत्री ने दलित नेता की पुण्यतिथि पर एक ट्वीट किया. दलित वोट बैंक की खातिर प्रधानमंत्री को यह भी याद नहीं रहा की उनने जो फ़ोटो ट्वीट की है उसमें अरुण जेटली भी दिखाई दे रहे हैं. बात तब भी पचती जब पीएम फ़ाइल फ़ोटो सरीखी कोई शब्दावली अमल में लाते लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘बाबू जगजीवन राम जी की जयंती पर कोटि-कोटि नमन। हमारा देश हमेशा उनके उल्लेखनीय योगदान को याद रखेगा चाहे वह स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान हो या आजादी के बाद। उनके प्रशासनिक कौशल और गरीबों के लिए चिंता के लिए उनकी व्यापक रूप से प्रशंसा की गई।’
पीएम का ट्वीट वायरल हुआ तो कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्ण ने रिट्वीट कर लिखा, ‘अरुण जेटली भी दिखाई दे रहे हैं, ये तो चमत्कार है प्रभू’.
कांग्रेसी रोशन लाल बिट्टू ने पीएम मोदी के ट्वीट पर कमेंट किया है, ‘ये है दलितों के प्रति नरेंद्र मोदी जी के सम्मान की हकीकत, बाबू जगजीवन राम के बारे में बड़े-बड़े वाक्य लिखे और कई साल पुरानी फोटो लगाकर दी श्रद्धांजलि?शायद दुनिया के किसी भी पीएम ने इतना खुला सफेद झूठ नहीं बोला होगा, अरुण जेटली जी जिंदा हैं या लौट आए हैं?’
कुल मिलाकर ये की प्रधानमंत्री ने पिछले 3 सालों से बाबू जगजीवन राम को श्रद्धांजलि नहीं दी. यही कारण है कि उन्हें यह 3 वर्ष पुरानी फ़ोटो ट्वीट करनी पड़ी. जिसमें पीछे अरुण जेटली भी नजर आ रहे हैं.
गौरतलब है कि, 9 अगस्त 2019 को अरुण जेटली को सांस लेने में तकलीफ और फेफड़ों में पानी भरने की शिकायत हुई थी जिसके बाद से एम्स में भर्ती थे। जहां 24 अगस्त 2019 को उनका देहांत हो गया था, लेकिन अब पीएम के ट्वीट में उनकी मौजूदगी को चमत्कार कहा बताया जा रहा है.