अश्विनी कुमार श्रीवास्तव-
दुनियाभर के आर्थिक हालात पर एक इंटरनेशनल फोरम में किसी नामी – गिरामी आर्थिक विशेषज्ञ ने यह शेयर किया. भारत में भी लगभग यही परिदृश्य है.

कोई रूस- यूक्रेन युद्ध को इसका कारण बता रहा है तो कोई ढहते अमेरिका को इसकी सबसे बड़ी वजह बता रहा है. जबकि भारत में इस परिस्थिति का जिम्मेदार मोदी सरकार को ठहराया जा रहा है.
बहरहाल, वजह कोई भी हो लेकिन यह सवाल भी कोई कम अहम नहीं है कि आखिर यह आर्थिक तबाही कहां और कब रुकेगी? कुछ जानकार कह रहे हैं कि अभी यह शुरुआत है और महीनों या एक दो बरसों तक ऐसा या इससे भी बुरा समय आ सकता है.
तो कुछ विशेषज्ञ मानते हैं कि यह दौर लंबा नहीं चलने वाला और जल्द ही फिर हर तरफ तेजी का माहौल दिखने लगेगा. भविष्य तो दावे से बड़े से बड़ा आर्थिक विशेषज्ञ नहीं बता सकता इसलिए सभी को दोनों ही सूरतों में सर्वाइवल के लिए यथासंभव तैयारी कर लेनी चाहिए.