चर्चा है कि अरुण पुरी की कंपनी लीविंग मीडिया से आदित्य बिड़ला ग्रुप निकल भागने की फिराक में है. भारतीय कॉरपोरेट हाउसों में से एक आदित्य बिड़ला ग्रुप ने न जाने क्यों अब मीडिया बिजनेस से तौबा करने का इरादा कर लिया है. आदित्य बिड़ला ग्रुप का अरुण पुरी की कंपनी लीविंग मीडिया में साढ़े सत्ताइस फीसदी शेयर है. जानकारी मिली है कि आदित्य बिड़ला ग्रुप ने लीविंग मीडिया से अपनी 27.5 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी का खरीदार खोजने का काम एक अमेरिकी कंपनी को सौंप दिया है.
अमेरिकी कंपनी का नाम बैंक ऑफ अमेरिका मेरिल लिंच (बीओएफए-एमएल) है. लीविंग मीडिया वो पैरेंट कंपनी है जिसके तहत कई कंपनियां हैं और प्रिंट से लेकर टीवी तक का बिजनेस इन कंपनियों के जरिए किया जाता है. लीविंग मीडिया की टीवी टुडे नेटवर्क में करीब 57.2 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी है. टीवी टुडे नेटवर्क शेयर बाज़ार में लिस्टेड कंपनी है. टीवी टुडे नेटवर्क आजतक और हेडलाइंस टुडे जैसे न्यूज़ चैनलों की मालिक कंपनी है. मई 2012 में आदित्य बिड़ला ग्रुप ने लीविंग मीडिया में माइनारिटी हिस्सेदारी खरीदी थी और प्रदर्शन से जुड़ी शर्त पर इस हिस्सेदारी को बढ़ाने का समझौता किया था. सूत्रों के अनुसार लीविंग मीडिया का प्रिंट कारोबार आर्थिक रूप से अच्छा नहीं रहा. अंग्रेज़ी के दो दैनिक बिज़नेस अखबारों की रिपोर्ट के अनुसार कुमारमंगलम बिड़ला की अगुआई में चल रहा आदित्य बिड़ला ग्रुप लीविंग मीडिया में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए खरीदार ढूंढ रहा है.