मनीष मिश्रा-

मेरे जीवन का काफ़ी सुखद क्षण है, उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए दूसरी बार मिला रामनाथ गोयनका पुरस्कार भारत के सभी किसानों को समर्पित है. जो रात-दिन खेतों में पसीना बहाते हैं, मौसम की बेरुखी झेलते हैं और जान गंवाते हैं. इनसे ही हमें हिम्मत न हारने और लगातार मेहनत करने का जज्बा मिलता है.
इस सम्मान के लिए अमर उजाला (Amar Ujala)
का विशेष आभार जहां हमें हर मुद्दे को विस्तार से लिखने की आज़ादी मिली.
शुक्रिया यशवंत व्यास सर, जिनके सानिध्य में बैठ कर हमें पता चलता है कि अभी कितना कुछ लिखना-पढ़ना बाक़ी है. कितना ख़ुद को विस्तार देना है. शुक्रिया हमारे एडिटर डॉक्टर इंदुशेखर पंचोली ( Indushekhar Pancholi ) सर का, जिनके आशीर्वाद और स्नेह से ये सब मुमकिन हुआ.
विशेष आभार नीलेश भैया ( Neelesh Misra) का, जिन्हें देख कर ही पत्रकारिता की समझ आई. सही मायनों मेंखबरों को बड़ा कैसे बनना है और सिरीज़ में कैसे प्रस्तुत करना है आप से ही सीखा. मेरा सौभाग्य है कि पहला रामनाथ गोयनका अवार्ड भी आप के साथ जीतने का मौका मिला. …
हमारे ताऊजी डॉक्टर एसबी मिश्रा ( Shiva Balak Misra) का विशेष आभार जिनकी उँगली पकड़ कर हम यहाँ तक पहुँचे, और हम सभी के प्रेरणाश्रोत हैं.
हमारा लगातार मनोबल बढ़ाने और बीच बीच में गुर्दे छीलने के लिए Arvind Shukkla का शुक्रिया.
इस ख़ास मौक़े पर सभी का एक बार फिर से आभार और शुक्रिया जिन सभी से लगातार आगे बढ़ने की प्रेरणा मिलती है.


