अमर उजाला से हटाकर संवाद न्यूज एजेंसी में कम सेलरी पर जबरन किया जा रहा है स्थानांतरण
जूनियर सब रिपोर्टरों तक का किया जा रहा है स्थानांतरण
अमर उजाला अपने स्थाई रिपोर्टरों को संवाद न्यूज एजेंसी में जबरन डाल रहा है। प्रबंधन रिपोर्टरों से जबरन त्याग पत्र ले रहा है। त्याग पत्र नहीं देने वाले रिपोर्टरों को अन्य जगह स्थानांतरण किया जा रहा है।
अभी तक जिन रिपोर्टरों का वेतन 22 हजार से लेकर 30 हजार तक आ रहा है, प्रबंधन उन्हें जबरन संवाद न्यूज एजेंसी में करकर वेतन में भारी कटौती कर रहा है। संवाद न्यूज एजेंसी में रखे जा रहे रिपोर्टरों को 10 हजार रुपये से लेकर 18 हजार रुपये दिए जा रहे हैं। इसमें पीएफ, ईएसआई की कटौती कर दी जाए तो रिपोर्टर के हाथ में नौ हजार से लेकर 16 हजार तक दिए जा रहे हैं। इससे कर्मचारियों का भारी शोषण हो रहा है।
हद तो यह है कि बरेली, हल्द्वानी, देहरादून, मुरादाबाद सहित सभी यूनिटों में रिपोर्टरों का जबरन स्थानांतरण करके संवाद में डाला जा रहा है। अमर उजाला में हाल के वर्षों तक चीफ सब रिपोर्टर या उससे उपर की पोस्ट में काम करने वाले ही रिपोर्टरों का स्थानांतरण किया जाता था। लेकिन अब तो जूनियर सब रिपोर्टरों का भी स्थानांतरण किया जा रहा है।
स्थानांतरण काम को देखकर नहीं, चापलूसी को देखकर स्थानीय संपादक कर रहे हैं। एक स्थानीय संपादक ने ऐसे रिपोर्टरों तक का स्थानांतरण कर दिया जो अपनी यूनिट और पूरे ग्रुप में अच्छी रिपोर्टिंग के लिए लगातार इनाम प्राप्त कर रहे हैं जबकि चापलूसों और संपादक की जी हजूरी करने वालों को रिपोर्टरों को तो लिव विदाउट पे में तीन-तीन महीने की छुट्टी दी जा रही है।
अमर उजाला के एक रिपोर्टर द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.