सुप्रीमकोर्ट के वरिष्ठ वकील अनिल दीवान का आज निधन हो गया। वे ८६ साल के थे। वे एक तेजतर्रार वकील थे और कई मामलों में उनके द्वारा की गयी बहस को अदालती फैसलों में शामिल किया जाता रहा है। मजीठिया वेज बोर्ड मामले में वे दैनिक जागरण प्रबंधन की तरफ से वकील रहे। बीते साल हुयी सुनवाई में जागरण प्रकाशन लिमिटेड की ओर से सीनियर काउंसिल अनिल दीवान सुप्रीम कोर्ट में उपस्थित हुए।
उन्होंने मजीठिया मामले के प्रतिभागी द्वारा तैयार की गई कानूनी प्रस्तुतियों पर विचार किए जाने को लेकर प्रारंभिक आपत्ति दर्ज करवाई और कहा कि ये नए सवाल उठाती हैं जो इस न्यायालय द्वारा पारित आदेशों के दायरे से बाहर जा रही हैं। उन्होंने इस संबंध में अवज्ञा का भी आरोप लगाया था। श्री दीवान ने आगे कहा था कि अवमानना के अधिकार क्षेत्र की कसरत में इस तरह के सवालों पर निर्णय नहीं लिया जा सकता है। श्री अनिल दीवान बार एसोसिएशन आफ इंडिया के अध्यक्ष भी थे। उन्हें भोपाल गैस कांड, बीसीसीआई मामले सहित कई मामलों के मुकदमों के लिये जाना जायेगा। उनके निधन पर देश भर के अधिवक्ताओं ने शोक जताया है।
पत्रकार और आरटीआई एक्सपर्ट शशिकांत सिंह की रिपोर्ट.