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सुख-दुख

आर्थिक तंगी से जूझ रहे लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दी

एक दुखद सूचना लखनऊ से है. ढेर सारे पत्रकारों और अनेकों पत्रकार संगठनों की जन्म-कर्म भूमि लखनऊ में ही एक वरिष्ठ पत्रकार ने आर्थिक तंगी से दुखी होकर जान दे दी. पत्रकारों के बीच आपसी संवाद और सरोकार की पोल खोलने वाली इस घटना के बारे में जानकारी मिलने के बाद हर कोई स्तब्ध है. लखनऊ के नाका थाना क्षेत्र में वरिष्ठ पत्रकार चंद्र शेखर त्रिपाठी रहते थे. उनकी उम्र 74 साल थी.

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एक दुखद सूचना लखनऊ से है. ढेर सारे पत्रकारों और अनेकों पत्रकार संगठनों की जन्म-कर्म भूमि लखनऊ में ही एक वरिष्ठ पत्रकार ने आर्थिक तंगी से दुखी होकर जान दे दी. पत्रकारों के बीच आपसी संवाद और सरोकार की पोल खोलने वाली इस घटना के बारे में जानकारी मिलने के बाद हर कोई स्तब्ध है. लखनऊ के नाका थाना क्षेत्र में वरिष्ठ पत्रकार चंद्र शेखर त्रिपाठी रहते थे. उनकी उम्र 74 साल थी.

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आर्थिक तंगी के चलते लगातार परेशान थे. उन्होंने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी और इस दुनिया को अलविदा कह दिया. श्री त्रिपाठी नव जीवन अख़बार में काम करते थे उसके बंद होने के बाद से लगातार आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे. पूरे परिवार की दिक्कतों और मुश्किलों को बढ़ते देख और इसके हल का कोई रास्ता न मिलता देख उन्होंने परसों शाम 4 बजे आत्महत्या जैसा बड़ा कदम उठा लिया. आज दोपहर 12.30 बजे प्रेस क्लब में शोक सभा का आयोजन किया गया जिसमें श्री त्रिपाठी को श्रद्धांजलि दी गई.

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