संजय कुमार सिंह-
अपराध महाराष्ट्र में हुआ है, पंगा वहां के मंत्री से है। हाईकोर्ट ने राहत नहीं दी है तो सीबीआई क्यों? क्योंकि सीबीआई प्रमुख मनमाफिक रिपोर्ट न दे तो राकेश अस्थाना के लिए आधी रात की कार्रवाई हुई थी। उम्मीद इन्हें भी यही होगी।
कुछ लोग आर्यन को जमानत मिलने पर राहत महसूस कर रहे हैं। पर मामला यह है कि इस केस का एक गवाह जेल में है, दूसरा फिरोती का मामला बता चुका है। अधिकारी पर फर्जीवाड़े से नौकरी पाने का आरोप भी है और कई मामलों में लोगों को फंसाने और पैसे हड़पने की शिकायत भी। ऐसे में वे खुद कब गिरफ्तार हो जाएं कहा नहीं जा सकता है। इसलिए, जमानत तो आज नहीं कल मिलनी ही थी।
पर मामला बनाने वालों का क्या होगा? लोग कह रहे हैं आर्यन हीरो हो गया पर मुझे लगता है देश को अगला सीबीआई प्रमुख मिल गया है। राकेश अस्थाना नहीं बन पाए थे। जो मामला ही नहीं था, जिसमें गिरफ्तारी ही नहीं होनी थी उसमें 25 दिन बाद जमानत मिलना खबर नहीं है। खबर है, फिर भी जेल से रिहा नहीं हो पाना।
मुझे याद आया कार्टूनिस्ट असीम त्रिवेदी का मामला। जेल से रिहा होने के बाद वे बिग्ग बॉस में शामिल हुए थे। इन दिनों बिग्ग बॉस का शायद 13वां सत्र चल रहा है और इसे बॉलीवुड का लांचिंग पैड माना जाता है। इस हिसाब से मेरा अनुमान था कि आर्यन बिग्ग बॉस होते हुए फिल्मी दुनिया में अपनी जगह बना लेगा।
लेकिन मेरे बच्चों का मानना है कि आर्यन इन सबसे बहुत ऊपर की चीज है और इससे उसके कैरियर पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। मानसिक दबाव जो हो वह संभाल लिया जाएगा। पर वह फिल्म या राजनीति नहीं करने वाला है। हमलोगों को फिल्मी दुनिया चाहे जितनी ग्लैमरस लगे बच्चे भारत में रहने को ग्लैमर नहीं मानते हैं। मैं देख रहा हूं कि हर कोई विदेश जाने के फेर में है और जा रहा है।
कितने ही बच्चे पढ़ने के लिए जा चुके हैं। उनसे वापस आने की उम्मीद करना मूर्खता है। भारत में जो हाल है उसमें यहां रहने में किसी की दिलचस्पी (नजर) नहीं (आ रही) है। जिसकी मजबूरी है उसकी बात अलग है। मुझे भी लगता है कि आर्यन भारत में नहीं रहेगा। मेरे ख्याल से रहना भी नहीं चाहिए। बहुत हुआ।