गत वर्ष अक्टूबर माह में दैनिक जागरण मेरठ ने अपने सीनियर रिपोर्टर योगेश आत्रेय तथा अरशद आशू को निकाला था। वह तो खामोश होकर बैठ गये, जिससे यहां के जयचंदों के हौसले बुलंद हो गये और उन्होंने अब कार्मिक विभाग के उस वरिष्ठ कर्मचारी अली असगर की नौकरी छीनने की साजिश शुरू कर दी है।
अली असग़र को यही संस्थान कर्मठता से 25 साल की अनवरत सेवा करने पर सम्मानित भी कर चुका है। अली असगर पर इसी माह 12 अप्रैल से रोक लगाई गई है। वह रोज कार्यालय आ रहा है, लेकिन उसे बाहर गेट से ही वापिस लौटा दिया जाता है।
अपने साथ किये जा रहे इस धोखे से अली असगर खामोश नहीं बैठा है। उसने इस बात की लिखित में शिकायत मेरठ के उपश्रमायुक्त दीप्तिमान भट्ट के साथ-साथ जिलाधिकारी के बालाजी, मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक से कर दी है।
सूत्र बताते हैं कि उप श्रमायुक्त ने इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए श्रम प्रवर्तन अधिकारी को दैनिक जागरण संस्थान भेजा है। अपनी साजिश का भंडाफोड़ होते देख फिलहाल अली असगर को नौकरी से निकालने की साजिश रचने वाले जयचंद अब बचाव की मुद्रा में आकर अली असगर पर रोक न होने की बात कह रहे हैं।
मालूम हो कि अली असगर की सेवानिवृत्ति इसी वर्ष के दिसंबर माह में है।
देखें शिकायती पत्र-