अमर उजाला ने मजीठिया वेजबोर्ड को लागू करने में एक और कारनामा कर दिया है. पहले जहां अप्रैल में कर्मचारियों की सेलरी में मजीठिया वेजबोर्ड लागू करने के नाम पर मात्र 600 से 1000 रुपये तक का ही इन्क्रीमेंट दिया गया था वहीं मई माह की सेलरी में यह रकम भी दूसरे हाथ से प्रोविडेंट फण्ड घटाकर वापस ले लिया गया. जून महीने में कर्मचारियों को सेलरी मिली तो वे यह देख कर दंग रह गए कि उनकी सेलरी से प्रोविडेंट फण्ड की राशि 400 रुपये से लेकर 500 रुपये कम काटी जा रही है.
इस तरह प्रबंधन ने एम्प्लायर शेयर का 400 से लेकर 500 रुपये तक बचा लिया. हद तो तब हो गयी जब कर्मचारियों के प्रोविडेंट फण्ड की जो राशि मजीठिया वेजबोर्ड लागू करने से पहले काटी जा रही थी वह अब उससे 400-500 रुपये कम काटी जा रही है.
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.