शीतल पी सिंह-
जिसकी लाठी उसकी……
इंदौर : बल्ले से पिटे अधिकारी अपनी शिकायत से पलटे, कोर्ट में बोले- ‘मुझे नहीं पता किसने पीटा था’
‘मैंने आकाश विजयवर्गीय को बल्ला मारते हुए नहीं देखा था, क्योंकि बल्ला पीछे से चला था’
सौमित्र रॉय-
पीटने वाला बल्ला उठाये पीछे खड़ा है और पिटने वाला उसे मुड़कर देख भी रहा है, लेकिन कोर्ट में कहता है कि मुझे नहीं दिखा।
पिटने वाला सरकारी बाबू है और पीटने वाला अपने बाप के रसूख से अब विधायक है।
दिखने और न दिखने में तब फ़र्क़ आ जाता है, जब आप सत्ता से लड़ाई कर रहे हों। बोलने और न बोलने में भी तभी फ़र्क़ आता है।
ये कैलाश विजयवर्गीय और उनके बल्लेबाज़ साहेबजादे आकाश विजयवर्गीय की ही नहीं, इंदौर की कहानी है।
एमपी की तरह इंदौर भी दिलचस्प है।
Comments on “बल्ले से पिटा अफ़सर कोर्ट में बोला- ‘हमने नहीं देखा बल्ले से किसने पीटा’! पर ये तस्वीरें तो चुग़ली कर रहीं हैं”
यूपी में भी यहीं हाल है
समरथ के नही दोष गोसाईं.