एक बड़ी खबर दैनिक भास्कर समूह से आ रही है. स्वर्गीय रमेश चंद्र अग्रवाल के चौथे बेटे माने जाने वाले डाक्टर भरत अग्रवाल को अंतत: दैनिक भास्कर से कार्यमुक्त होना पड़ा है. दिल्ली में रहकर पीआर, लायजनिंग और बिजनेस देखने वाले भरत अग्रवाल मूलत: एमबीबीएस डाक्टर हैं. वे सुधीर अग्रवाल के साथ पढ़ें हैं और इसलिए वे शुरू से दैनिक भास्कर समूह से जुड़ गए और बड़ी डायरेक्टर के रूप में बड़ी जिम्मेदारी संभालने लगे.
कभी किसी बाहरी आदमी को लगा ही नहीं कि डाक्टर भरत अग्रवाल भास्कर की अग्रवाल फेमिली के हिस्से नहीं हैं. यही वजह है बहुत सारे लोग आज भी डाक्टर भरत अग्रवाल को सुधीर, पवन, गिरीश अग्रवाल ब्रदर्स का भाई मानते हैं. पर सच्चाई तो सच्चाई है. वंशवाद तो वंशवाद है. डाक्टर भरत अग्रवाल को अग्रवाल फेमिली की आंतरिक कलह की वजह से अलग होना पड़ा है.
बताया जाता है कि नौकरशाही और नौकरशाहों में असीमित रुचि रखने वाले डाक्टर भरत अग्रवाल ने नौकरशाही से जुड़ी देश की सबसे बड़ी वेबसाइट ह्विस्पर्स इन दी कारिडोर्स डॉट काम को ज्वाइन कर लिया है. उन्हें यहां ह्विस्पर्स मीडिया में ग्रुप एडिटर और सीईओ बनाया गया है.
एक चर्चा ये भी है कि ह्विस्पर्स मीडिया के मालिक मेहरोत्रा साहब बुजुर्ग हो गए हैं. बेटे के असमय निधन और मानद पुत्र के भी चले जाने के कारण वह अपनी चर्चित वेबसाइट को किसी ऐसे उपयुक्त हाथों में देेने चाहते थे जो इसे उचित तरीके से आगे बढ़ा सके. इस लिहाज से डाक्टर भरत अग्रवाल परफेक्ट आदमी हैं.
कहा ये भी जा रहा है कि डाक्टर भरत अग्रवाल ने हिस्पर्स इन दी कारिडोर्स डॉट कॉम को टेकओवर कर लिया है लेकिन अभी इसकी घोषणा अधिकृत तौर पर नहीं की जा रही है. फिलहाल जितने मुंह उतनी चर्चाएं हैं लेकिन ये दो बातें तो सच हैं कि डाक्टर भरत अग्रवाल दैनिक भास्कर के हिस्से नहीं रहे और डाक्टर भरत अग्रवाल ने नौकरशाही की चर्चित वेबसाइट हिस्पर्स इन दी कारिडोर्स डाट काम में सीईओ और ग्रुप एडिटर के बतौर ज्वाइन कर लिया है.