अखबार एक, रूप अनेक! इसे चिराग तले अंधेरा भी कहते हैं। इसे खाने और दिखाने के अलग-अलग दांत भी कहते हैं। दैनिक भास्कर अखबार फर्स्ट पेज पर छापकर कहता है- ‘No paid news’. लेकिन इसी दैनिक भास्कर अखबार के डायरेक्टर पवन अग्रवाल और अखबार के शीर्ष अधिकारियों पर 20 करोड़ रुपए के बदले मनचाही खबर छापने का आरोप है।
इन लोगों ने पेड करने की यह बात आन कैमरा की है जिसे कोबरापोस्ट की टीम ने चुपके से रिकार्ड किया। इस स्टिंग आपरेशन को आप भी देख सकते हैं, इस लिंक पर क्लिक करें : https://youtu.be/BfTwuNOTGSM
उधर, दैनिक भास्कर खबर छाप रहा है कि केरल में सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन नहीं हो रहा है… लेकिन खुद यही अखबार सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद अपने मीडिया कर्मचारियों को केंद्र सरकार द्वारा तय वेतनमान नहीं दे रहा। जो भी मीडियाकर्मी अपना हक मांगता है उसे दूसरे राज्य में ट्रांसफर कर दिया जाता है या नौकरी से निकाल दिया जाता है… तो हुआ न, भास्कर के खाने और दिखाने के दांत अलग-अलग है.
एक मजीठिया क्रांतिकारी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.